महादेव सट्टा घोटाला करने वालों पर होगी कार्रवाई, हाय तौबा करके हार से बच नहीं पाएंगे बघेल- बृजमोहन अग्रवाल

3/18/2024 8:05:48 PM

रायपुर(सत्येंद्र शर्मा): छत्तीसगढ़ सरकार के कैबिनेट मंत्री एवं रायपुर लोकसभा प्रत्याशी बृजमोहन अग्रवाल ने भाजपा कार्यालय एकात्म परिसर में संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि कांग्रेस नेता और पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल पर मुकदमा दर्ज होते हैं। हाय तौबा मचाना, उन्हें हार से बचा नहीं पाएगा। भयंकर हार के डर से वह विक्टिम कार्ड खेलने की कोशिश कर रहे हैं जिससे उन्हें कोई लाभ नहीं होगा। मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि जहां तक महादेव ऐप का विषय है, तो कांग्रेस के समय से ही इसकी जांच प्रक्रिया प्रारंभ हुई थी, ऐसा तब की कांग्रेस सरकार का भी दावा था। आंध्र और तेलंगाना ने इस केस को ईडी को सौंप दिया। पूर्व मुख्यमंत्री अब अपने ही बने हुए जाल में खुद फंस गए हैं और बड़ी-बड़ी बातें कर रहे हैं। भूपेश बघेल को बताना चाहिए कि इस मामले में जुड़े हुए जितने गिरफ्तार हुए हैं और जितने अधिकारियों का नाम उसमें शामिल है उनसे भूपेश बघेल जी का क्या संबंध है? यह भूपेश बघेल को सार्वजनिक करना चाहिए। रानू साहू जिनके ऊपर कोयला घोटाला का मामला सामने आ चुका था उसके बाद रानू साहू को हटाकर अच्छी जगह में पदस्थ करने वाले कौन लोग हैं। छत्तीसगढ़ में चाहे कोयला घोटाला, शराब घोटाला, गोबर घोटाला, गोठान घोटाला, पीडीएस घोटाला हो चाहे डीएमएफ घोटाला हो और न जाने कितने घोटाले हुए हो अभी तो सिर्फ एक घोटाले में तत्कालीन मुख्यमंत्री का नाम आया है जिससे वह घबरा गए हैं।

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अब जब कारवाई आगे बढ़ी हैं, तो कांग्रेस के पेट में दर्द होना साबित करता है कि सारी दाल ही उसकी काली है। कैबिनेट मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि छत्तीसगढ़ की जनता की गाढ़ी कमाई को लूट कर इसका हिस्सा कहां तक पहुंचता था। यह अभियुक्तों के वीडियो से भी सामने आया ही था। समाचारों में काफी कुछ इससे पहले भी आ ही चुका है। ईडी की जांच में स्पष्ट रूप से सामने आया था कि असीमदास नामक व्यक्ति के कब्जे से जो 5.39 करोड़ रुपए ईडी ने बरामद किए थे, उसे भूपेश बघेल को पहुंचाने के लिए दिया गया था, ऐसा असमीमदास ने कहा था। इसी तरह से जो वीडियो शुभम सोनी का दुबई से जारी हुई था, उसमें भी करोड़ों की रकम आरोपी भूपेश बघेल को देने की बात सामने आयी थी। आज भी आप गूगल पर 508 करोड़ टाइप करें तो भूपेश जी के कारनामे सामने आएंगे।

बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि अभी तक जितनी जांच हुई है और जांच में जितने नाम आए हैं, पकड़े गए आरोपियों ने जो बयान दिए हैं। इसकी सत्यता के बारे में कभी भी भूपेश बघेल जी ने एक शब्द नहीं कहा, सिर्फ यही कहा कि यह सब झूठ है तथ्यात्मक बयान आज तक भूपेश बघेल ने क्यों नहीं दिया? छत्तीसगढ़ की 10 लाख युवाओं को महादेव एप सट्टे में उलझा कर उनके पैसे को खाने की कोई दोषी हो तो वह भूपेश बघेल और कांग्रेस पार्टी है।

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बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि तब की कांग्रेस सरकार में शक्तिशाली रहे नेताओं और अफसरों पर अन्य मामलों में भी लगाए गए आरोप इतने अधिक मजबूत हैं कि सुप्रीम कोर्ट तक इन्हें जमानत नहीं दे रहा है। महीनों से सभी जेल में बंद हैं। बार-बार जमानत मांगने पहुंचने पर सुप्रीम कोर्ट ने तो कोयला घोटाले की आरोपी पर एक लाख रुपए का जुर्माना भी लगा दिया था। उलट राजनीतिक द्वेषवश मुकदमें आदि दर्ज करना भूपेश बघेल का ही कृत्य रहा था। सरकार में आते ही उन्होंने फर्जी मुकदमों की बौछार कर दी थी। दर्जनों एसआइटी गठन कर दिया था। बिजली कटौती का पोस्ट फेसबुक पर लिखने तक के लिए राजद्रोह का मुकदमा किया जाता रहा। किंतु कोई भी मुकदमें तब कोर्ट में टिके नहीं। लगभग सारे एसआइटी को कोर्ट ने गलत माना। तब हाईकोर्ट ने यह तक टिप्पणी की थी कि मुकदमें राजनीतिक द्वेषवश दर्ज किए गए हैं। यह कांग्रेस का चरित्र हमेशा रहा है।

बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि छत्तीसगढ़ में कांग्रेस के पतन के साथ ही सुशासन लौट आया है, कानून भी अपना काम कर रहा है। भगवान का नाम लेकर धोखाधड़ी, आपराधिक साजिश, विश्वासघात और जालसाजी रचने वालों पर पर महादेव का प्रकोप बरसना तय है।

कैबिनेट मंत्री और लोकसभा सीट से लोकसभा प्रत्याशी बृजमोहन अग्रवाल के बयान पर कांग्रेस के संचार प्रमुख सुशील आनंद शुक्ला ने साधा निशाना कहा कि बृजमोहन के बयान से साफ हो जाता है कि पूर्व सीएम भूपेश बघेल के खिलाफ ईओडब्ल्यू में एफआईआर इस लिए की गई है कि उन्होंने महादेव सट्टा ऐप के खिलाफ प्रदेश में कार्यवाही की थी। केंद्र सरकार को महादेव सट्टा ऐप को बंद करवाने के लिए पत्र लिखा था जिसके कारण भारतीय जनता पार्टी को पीड़ा हो रही थी। बृजमोहन अग्रवाल के बयान से साफ हो जाता है कि महादेव ऐप को बंद करना जरूरी नहीं है। उसमें जो लोग गलत काम कर रहे है। उस पर कार्यवाही होनी चाहिए जिससे कांग्रेस का आरोप सिद्ध हो जाता है कि केंद्र की सरकार के संरक्षण में महादेव ऐप चल रहा है। राज्य और केंद्र में बीजेपी की सरकार है फिर क्यों महादेव के आरोपियों पर कार्यवाही नहीं कर पा रही है। महादेव ऐप के कर्ताधर्ता, ED और ईओडब्ल्यू ने मिलकर भूपेश बघेल और कांग्रेस की छवि खराब करने के लिए यह एफआईआर दर्ज की गई है।


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Content Writer

meena

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