CM कार्यालय से निकले आदेश ने मचाई खलबली, फर्जी बिल, सरकारी पैसे के Misuse के बड़े भ्रष्टाचार का होगा पर्दाफाश
Friday, Dec 12, 2025-04:14 PM (IST)
(सीधी): सीधी में पंचायत में हुए भारी भ्रष्टाचार के आरोपों पर अब प्रदेश के मुखिया मोहन यादव ने संज्ञान ले लिया है। सीएम के संज्ञान लेते ही खलबली मच गई है और कड़ी कार्रवाई की आशा जताई जा रही है।
ग्राम पंचायत कुकुड़ीझर में भ्रष्टाचार के संगीन आरोप
दरअसल जनपद पंचायत सीधी के ग्राम पंचायत कुकुड़ीझर में भ्रष्टाचार के आरोपों पर मुख्यमंत्री मोहन यादव ने संज्ञान लेते हुए जांच के निर्देश दिए है। ये कार्रवाई उपसरपंच मुकेश कुमार गुप्ता द्वारा भेजे गए शिकायती पत्र के आधार पर हुई है। सीएम कार्यालय ने पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग को जांच के सख्त निर्देश दिए हैं। निर्देशों का पालन करते हुए जनपद स्तर पर जांच समिति गठित कर दी गई है और जिसके बाद से हड़कंप मच गया है।
23 जुलाई को भेजा था उपसरपंच ने शिकायती पत्र
गौर करने वाली बात है कि बीती 23 जुलाई को उपसरपंच मुकेश गुप्ता ने मोहन यादव को शिकायती पत्र भेजा था। इस शिकायती पत्र में पंचायत सचिव प्रेमदास साकेत, उपयंत्री अजय शर्मा के साथ ही सरपंच बृजेंद्र साकेत पर भ्रष्टाचार, फर्जी बिल और घटिया निर्माण के आरोप लगाए थे। आरोप लगाया गया था कि दीपक साकेत और चंद्रभान साकेत के बिना नाम के काम करके फर्जी बिल लगावकार लाखों रुपए भुगतान कराया है ।
जांच के लिए बनाई जा चुकी है दो सदस्यीय टीम
मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत सीधी ने 8 दिसंबर को दो अधिकारियों, सहायक यंत्री एवं सहायक विकास विस्तार अधिकारी को जांच अधिकारी नियुक्त करके टीम बना दी है । जबकि पंचायत राज संचालनालय भोपाल ने 12 दिसंबर को जिला पंचायत सीधी को पत्र जारी करके 15 दिन में जांच रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिए।
इसके साथ ही सीएम कार्यालय ने पत्र के माध्यम से पंचायती राज विभाग को सभी तरह से जांच करके रिपोर्ट भेजने के निर्देश जारी किए हैं । जाहिर है मामले की धरातल पर जांच हो रही है और जो आरोप लगाए हैं उन पर जांच के बाद गाज गिर सकती है।

