उषा ठाकुर के बयान को लेकर मुस्लिम समाज में रोष, ज्ञापन सौंप की मंत्री पद से बर्खास्त करने की मांग
Wednesday, Oct 21, 2020-05:10 PM (IST)

इंदौर(सचिन बहरानी): प्रदेश सरकार की मंत्री उषा ठाकुर द्वारा मदरसों को लेकर दिए गए विवादित बयान ने तूल पकड़ लिया है उषा ठाकुर के बयान को लेकर मुस्लिम समाज के नुमाइंदों ने कमिश्नर कार्यालय पर राज्यपाल के नाम ज्ञापन सौंपा। इसमें मंत्री उषा ठाकुर को बर्खास्त करने की मांग की है। ज्ञापन देने आए मुस्लिम समाज के लोगों का कहना है कि सस्ती लोकप्रियता हासिल करने और देश व समाज को तोड़ने के लिए मंत्री उषा ठाकुर ने यह बयान दिया है।
मुस्लिम समाज के लोगों का कहना है कि मंत्री उषा ठाकुर ने लोकप्रियता के चक्कर में यह बयान दिया है कि आतंकवादी मदरसों में पले बढ़े है जबकि मदरसों से स्वतंत्रता संग्राम सेनानी ओर डॉक्टर एपीजे अब्दुल कलाम आजाद जैसे वैज्ञानिक निकले है। लेकिन उषा ठाकुर ने यह विवादित बयान देकर स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों ओर देश प्रेमियों का अपमान किया है। उषा ठाकुर को उनसे माफी मांगनी चाहिए। यदि ऐसा नहीं होता है तो राज्यपाल उन्हें मंत्री पद से बर्खास्त करें।
शिवराज सरकार में मंत्री ऊषा ठाकुर के बिगड़े बोल, कहा- मदरसों से आतंकवादी निकलते हैं, इन्हें बंद कर देना चाहिए@ChouhanShivraj @BJP4MP @INCMP @jitupatwari @OfficeOfKNath @digvijaya_28 @INCIndia pic.twitter.com/wULgzuotdq
— Punjab Kesari-MadhyaPradesh/Chhattisgarh (@punjabkesarimp) October 20, 2020
आपको बता दें कि कैबिनेट मंत्री उषा ठाकुर ने कहा था कि मदरसों में जिस तरह की शिक्षा दी जाती है, उस हिसाब से वहां कट्टरवाद फैलता है और आतंकवादी बनते हैं। क्यों न देश विरोधी गतिविधियों को देखते हुए और राष्ट्रहित के लिए मदरसों को बंद कर दिया जाना चाहिए। साथ ही कहा कि मदरसों को दिया जाने वाला सरकारी ग्रांट बंद कर दिया जाना चाहिए। मदरसों को सरकारी सहायता नहीं मिलनी चाहिए। वक्फ बोर्ड तो अपने आप में खुद ही एक सक्षम संस्था है। यदि कोई व्यक्ति निजी तौर पर मदरसों में मदद करना चाहता है तो वह कर सकता है, लेकिन खून पसीने की गाढ़ी कमाई को हम जाया नहीं होने देंगे। मदरसों में दिए जाने वाले पैसों को हम विकास के कामों में लगाएंगे।