धमधा में भगवान भरोसे सफाई! भाजपा पार्षद ने ही खोली नगर पंचायत की पोल

Sunday, Nov 09, 2025-06:46 PM (IST)

धमधा। ( हेमंत पाल): छत्तीसगढ़ के धमधा नगर पंचायत क्षेत्र में सफाई व्यवस्था पूरी तरह पटरी से उतर चुकी है। हालात यह हैं कि सरकारी अस्पताल के आसपास गंदगी का अंबार और नालियों में जाम पानी मरीजों के लिए बीमारी का नया खतरा बन गया है। अस्पताल के मुख्य गेट के पास बदबू और मच्छरों का ऐसा प्रकोप है कि मरीजों और परिजनों को वहां रुकना भी मुश्किल हो रहा है। अस्पताल परिसर की नालियाँ कई दिनों से साफ नहीं हुईं उनमें डिस्पोज़ल, झिल्ली और प्लास्टिक का कचरा जमा है। यह गंदगी धीरे-धीरे पूरे क्षेत्र में फैलती जा रही है। स्थानीय लोगों ने बताया कि बदबू इतनी तेज़ है कि कई बार उल्टी जैसा महसूस होता है, और मरीज खुले में बैठने को मजबूर हैं।

नगर पंचायत की ‘चमकती तस्वीर’ सिर्फ प्राइवेट अस्पतालों तक!

आमजन का आरोप है कि नगर पंचायत धमधा प्राइवेट अस्पतालों और कुछ नेताओं के घरों के सामने की सफाई पर विशेष ध्यान देती है, जबकि सरकारी अस्पताल, बाजार क्षेत्र और आम वार्डों में गंदगी का साम्राज्य है।

शहर के नागरिकों ने तंज कसते हुए कहा 

नगर पंचायत की झाड़ू सिर्फ वहां चलती है जहां कैमरा जाता है।”

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भाजपा पार्षद ने खुद की ही सरकार पर उठाए सवाल

इस पूरे मामले में भाजपा पार्षद रमन यादव (वार्ड क्रमांक 8) ने खुले तौर पर नगर पंचायत की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े कर दिए हैं। उन्होंने कहा 
धमधा में सफाई व्यवस्था भगवान भरोसे है। आमजन बदबू और मच्छरों से परेशान हैं, लेकिन नगर पंचायत सिर्फ दिखावा कर रही है। अगर अस्पताल जैसे संवेदनशील स्थान पर यह हाल है तो बाकी वार्डों की कल्पना की जा सकती है।

उन्होंने नगर पंचायत अध्यक्ष और सीएमओ से मांग की है कि सफाई कर्मचारियों की जवाबदेही तय की जाए, और अस्पताल परिसर की तुरंत सफाई करवाई जाए

 स्वास्थ्य से खिलवाड़, जिम्मेदारों पर कार्रवाई की मांग

पूर्व अध्यक्ष और जीवनदीप समिति के सदस्य रमन लाल यादव ने भी स्थिति को “दुर्भाग्यपूर्ण और घोर लापरवाही” बताया। उन्होंने कहा कि “जहां लोगों के इलाज की उम्मीद रहती है, वहीं बीमारी फैलाने वाले हालात बन गए हैं। यह प्रशासनिक विफलता है।


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Content Editor

Himansh sharma

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