शराब के खिलाफ 38 पंचायतों के सरपंचों,जनप्रतिनिधियों ने खोल दिया मोर्चा, जनसुनवाई में पहुंच बोला धावा,बोले-बर्बाद हो गए बच्चे
Tuesday, Oct 28, 2025-03:58 PM (IST)
मंडला (अरविंद सोनी): मंडला में नशे के खिलाफ जबरदस्त नजारा देखने को मिला। शराब बंदी को लेकर 38 पंचायतों के सरपंचों और जनप्रतिनिधियों ने मोर्चा खोल दिया है। मंडला जिले में जनसुनवाई में आज जिले की 38 पंचायतों के सरपंच और जनप्रतिनिधि पहुंचे और उन्होंने शराब बंदी की मांग को लेकर कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा।

जनप्रतिनिधियों का कहना है कि वो नर्मदा नदी किनारे के गांवों में शराबबंदी के बावजूद धड़ल्ले से बिक रही अवैध शराब से तंग आ चुके हैं। स्कूल में पढ़ने वाले बच्चे और युवा पीढ़ी नशे से बर्बाद हो रही है। पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के आदेशों के बाद भी अवैध शराब की बिक्री नहीं रुकी है। मंडला जिले के नर्मदा तटवर्ती गांवों में खुलेआम चल शराब का कारोबार चल रहा है।
जनप्रतिनिधियों का कहना है कि नई-नई उम्र के युवक शराब की दुकान चपेट में आकर अपनी जान गंवा रहे हैं। गांवों में स्थिति इतनी गंभीर हो गई है कि लोग जितना कमाते हैं, उतना ही शराब दुकानों में खर्च कर देते हैं। ऐसी स्थिति में हम गरीब जो दिन में कमाते है वो सब शराब में बह जाता हैं।
स्थानीय लोगों ने प्रशासन से इसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है। प्रशासन की लापरवाही पर भी सवाल उठ रह हैं। जनप्रतिनिधियों ने साफ कहा कि वो अपने गांवों को नशामुक्त देखना चाहते हैं। पान ठेलों , चाय की दुकानों पर शराब बिक रही है। यह टोटल शराब बंद होनी चाहिए। महुआ की बिक्री पूरी तरह से बंद होनी चाहिए। वहीं प्रशासन ने ग्रामीणों की समस्या पर संज्ञान लेने की बात कही है और इस पर उचित कार्रवाई की बात कही है।

