बीजेपी या कांग्रेस, आखिर किसके साथ हैं नारायण?

3/16/2020 5:19:21 PM

भोपाल: मध्य प्रदेश के सियासी ड्रामे में नारायण त्रिपाठी का रोल हर किसी को चौकाने का काम कर रहा है। कभी बीजेपी तो कभी कांग्रेस, पता ही नहीं चलता आखिर वो किस खेमे में हैं। नारायण त्रिपाठी से जुड़ी एक ऐसी ही तस्वीर मंगलवार को देखने को मिली। जहां राजभवन से लेकर विधानसभा के सत्र में एक ही सवाल था कि वे आखिर किस खेमे में हैं। बीजेपी के पास अभी 107 विधायक हैं, लेकिन राज्यपाल के सामने 106 विधायकों की परेड करवाई गई। ऐसे में सवाल तो यह बनता है कि आखिर एक विधायक कौन सा गायब है। क्या इस बार फिर से मैहर के विधायक नारायण त्रिपाठी ने बीजेपी को धोखा दिया है?

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ये वहीं नारायण त्रिपाठी हैं, जिन्होंने कुछ महीने पहले मॉनसून सत्र के दौरान पार्टी लाइन के खिलाफ जाकर क्रॉस वोटिंग की थी। बाद में बीजेपी में फिर से वापस आ गए थे। मध्यप्रदेश में सियासी ड्रामे के साथ ही उनके सुर भी बदलते हुए दिखाई दे रहे हैं। बजट सत्र की शुरुआत से पहले उन्होंने सीएम और विधानसभा अध्यक्ष से कई बार मुलाकात की थी। विधायक दल की बैठक में भी वह भोपाल नहीं पहुंचे थे, पार्टी ने कहा था कि उनकी माताजी का निधन हो गया है।

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नारायण की आरिफ मसूद और सीएम से 'सीक्रेट टॉक'
वहीं, व्हिप जारी होने के बाद नारायण त्रिपाठी सोमवार को विधानसभा की कार्यवाही के लिए जरूर पहुंचे। कार्यवाही स्थगित होने के बाद वह कांग्रेस विधायक आरिफ मसूद के साथ विधानसभा परिसर में बातचीत करते नजर आए। दोनों के बीच काफी लंबी बातचीत हुई। उसके बाद नारायण त्रिपाठी फिर से सीएम हाउस में मुख्यमंत्री कमलनाथ से मिलने चले गए। दोनों के बीच भी काफी लंबी बातचीत हुई।

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चर्चाओं का बाजार गरमाया
चर्चा यह भी है कि नारायण त्रिपाठी फिर से पार्टी लाइन के खिलाफ जाकर क्रॉस वोटिंग कर सकते हैं। उन्होंने मुलाकात के बाद कहा कि व्हिप जारी हुआ है, इसलिए मैं सदन पहुंचा हूं। साथ ही नारायण ने कहा कि मैं किसी के साथ नहीं हूं, मैं मैहर के विकास के साथ हूं। मैहर का विकास जो करेगा, मैं उसी के साथ रहूंगा। उन्होंने कहा कि समय आने पर फैसला करेंगे कि आखिर वह किसके साथ हैं।

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दल--बदलू हैं नारायण
नारायण त्रिपाठी का दल बदलने का इतिहास बहुत पुराना है। वह कई पार्टियों में रह चुके हैं। सपा से लेकर कांग्रेस तक की टिकट पर चुनाव लड़ चुके हैं। कहा तो यह भी जाता है कि सतना सांसद गणेश सिंह के साथ उनकी नहीं बनती है, नारायण इसी वजह से बीजेपी में नाराज हैं। कई महीनों से नारायण त्रिपाठी कमलनाथ की सरकार में अपनी आस्था दिखा रहे हैं।

 


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Edited By

meena

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