वर्धा हायर सेकेण्डरी में शिक्षकों की कमी को लेकर बच्चों ने किया कक्षाओं का बहिष्कार

10/10/2021 6:09:19 PM

शमशाबाद (धर्मेन्द्र): सरकार व शिक्षा विभाग भले ही शिक्षा के क्षेत्र में सुधार की बात करें लेकिन विद्यालयों में शिक्षकों के अभाव के चलते बच्चों का भविष्य अंधकार में जा रहा है। शिक्षकों की कमी गिरते शिक्षा स्तर की वजह से ही लोग अपने बच्चों को प्राइवेट स्कूलों में पढ़ाना चाहते हैं। ग्रामीण अंचलों में हायर सेकेंडरी स्तर तक प्राइवेट स्कूल ना होने की वजह से लोगों को मजबूरन अपने बच्चों को सरकारी स्कूल में पढ़ाना पढ़ रहा है।

ग्राम वर्धा के हायर सेकेंडरी स्कूल में 605 बच्चे हैं और यहां पर शिक्षकों के 21 पद स्वीकृत हैं। जिनमें से 2 नवीन भर्ती शिक्षकों को मिलाकर  कुल 4 शिक्षक हो गए और वर्तमान में 7 अतिथि शिक्षक हैं। अतिथियों को मिलाकर कुल 11 शिक्षक वर्तमान में वर्धा हायर सेकेंडरी स्कूल में है, जबकि आवश्यकता 21 शिक्षकों की है, यानि कि अभी भी 10 शिक्षकों की कमी है। शिक्षक ना होने से विज्ञान संकाय के छात्रों की पढ़ाई सबसे ज्यादा प्रभावित हो रही है।

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प्रयोगशाला के कमरे में लगे हैं ताले
कहते हैं विज्ञान कि पढ़ाई बगैर प्रैक्टिकल की नहीं हो पाती लेकिन यहां तो कुछ सालों से शिक्षकों की कमी की वजह से प्रैक्टिकल ही नहीं हुए। विज्ञान विषय जो प्रैक्टिकल के बगैर समझना संभव ही नहीं है। अंदाजा लगाया जा सकता है कि बच्चों की पढ़ाई कैसे हो रही होगी।

स्कूल में नहीं है चपरासी
वर्धा हायर सेकेंडरी स्कूल में चपरासी पदस्थ होते हुए भी नहीं है, क्योंकि यहां के चपरासी को निर्वाचन कार्यालय विदिशा में अटैच कर लिया गया है, जिससे स्कूल में साफ-सफाई भी नहीं हो पाती और कुछ काम तो बच्चों को स्वयं ही करना पड़ता है।

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प्राइमरी के टीचर पढ़ा रहे हायर सेकेंडरी के बच्चों को
कुछ दिन पहले बच्चों ने क्षेत्रीय विधायक को शिक्षकों की कमी के बारे में बताया था इसके बाद ब्लॉक शिक्षा अधिकारी ने 2 प्राइमरी के शिक्षकों को यहां अटैच कर दिया गया है। ऐसे में सवाल उठता है कि क्या प्राइमरी के शिक्षक हायर सेकेंडरी के बच्चों को पढ़ा सकेंगे?

हाई सेकेंडरी के बच्चों ने कहा कि शिक्षकों की कमी की वजह से हमारे कुछ विषयों की पढ़ाई ठीक ढंग से नहीं हो पा रही है। इसलिए स्कूल के सभी बच्चों ने मिलकर यह निर्णय किया है कि आज से ही अनिश्चित काल के लिए कक्षाओं का बहिष्कार किया जाता है। जब तक स्कूल में शिक्षकों की व्यवस्था नहीं होगी तब तक कोई भी विद्यार्थी स्कूल नहीं आएगा और यदि 1 हफ्ते में शिक्षकों की व्यवस्था नहीं हुई तो हम सभी छात्र सामूहिक रूप से टीसी कटा लेंगे।

वहीं प्रभारी प्राचार्य ललित कुमार गुप्ता ने बताया कि खेल शिक्षक और दो नई भर्ती मिलाकर अभी कुल 4 शिक्षक हो गए हैं। 7 अतिथि शिक्षक हैं, हम पूरी कोशिश कर रहे हैं कि बच्चों की पढ़ाई अच्छे से हो सके।

जिला शिक्षा अधिकारी अतुल कुमार मुद्गिल ने बताया कि अभी कुछ शिक्षकों की व्यवस्था करा दी गई थी नियुक्ति प्रक्रिया चल रही है। अगले हफ्ते तक शिक्षकों की नियुक्ति हो सकती है।


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Content Writer

Shivam

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