CM मोहन ने कलेक्टर्स को दिए निर्देश: किसानों को जैविक खेती व उद्यानिकी बढ़ावा, भावान्तर योजना का लाभ सुनिश्चित करें
Tuesday, Oct 07, 2025-04:42 PM (IST)

भोपाल: मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने मंगलवार को कलेक्टर्स-कमिश्नर्स कॉन्फ्रेंस-2025 के पहले सत्र 'कृषि एवं संबद्ध सेक्टर्स' को संबोधित करते हुए प्रदेश में प्राकृतिक और जैविक खेती को बढ़ावा देने, उद्यानिकी फसलों का रकबा बढ़ाने और किसानों में कृषि उद्यमिता को प्रोत्साहित करने पर जोर दिया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि ग्रामीण युवा आने वाले समय में कृषि उद्यमी बनें, इसके लिए सभी कलेक्टर्स को किसानों को प्राकृतिक एवं जैविक खेती के लिए प्रेरित करना होगा और उन्हें हरसंभव सहायता मुहैया करानी होगी। उन्होंने मिलेट्स (श्री अन्न) को प्रोत्साहन देने और उनकी उपज बढ़ाने पर भी ध्यान देने को कहा।
CM ने दिए ये मुख्य निर्देश...
- किसानों को परंपरागत खेती से शिफ्ट कर उद्यानिकी, दुग्ध उत्पादन और मत्स्य पालन जैसे आय बढ़ाने वाले कार्यों की ओर प्रोत्साहित करना।
- प्रदेश में केला, संतरा, टमाटर और अन्य उद्यानिकी फसलों के स्थानीय प्रसंस्करण और बड़े बाजारों तक मार्केटिंग की व्यवस्था करना।
- उर्वरक का उपयोग केवल वैज्ञानिक आधार पर ही सुनिश्चित करना।
- साप्ताहिक मार्केट और हाट बाजारों में प्राकृतिक एवं जैविक खेती की उपज का विक्रय सुनिश्चित करना।
- भावान्तर योजना का प्रचार-प्रसार कर किसानों को इसका अधिकतम लाभ दिलाना।
- पराली/नरवाई जलाने की घटनाओं पर सख्ती और नियंत्रण तंत्र विकसित करना।
कलेक्टर्स के अनुभव साझा किए गए..
सत्र में गुना, हरदा, शाजापुर, श्योपुर और खंडवा के कलेक्टर्स ने अपने जिलों में किए जा रहे उत्कृष्ट कार्यों का उल्लेख किया। गुना में गुलाब क्लस्टर डेवलपमेंट, हरदा में जैविक खेती, शाजापुर में टोकन प्रणाली से खाद वितरण, श्योपुर में फसल अवशेष प्रबंधन और खंडवा में गौशाला संचालन के प्रयासों को साझा किया गया। कृषि उत्पादन आयुक्त श्री अशोक वर्णवाल ने भी विभिन्न योजनाओं जैसे सूक्ष्म सिंचाई, केज कल्चर, फसल अवशेष प्रबंधन, भावांतर भुगतान योजना, दुग्ध उत्पादन और गौशाला प्रबंधन पर प्रेजेंटेशन दिया। उन्होंने जिलों में समयबद्ध कार्यान्वयन और कृषक संगोष्ठियों के आयोजन पर भी जोर दिया। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने सभी कलेक्टर्स को निर्देश दिया कि वे प्रत्येक जिले में 100 किसानों को प्राकृतिक खेती के लिए प्रेरित करें और उनके लाभों का अध्ययन कर उसका रिकॉर्ड रखें।