भ्रष्ट PWD अधिकारी पर होगी बड़ी कार्रवाई, CM के पास पहुंचा मामला

8/7/2019 6:33:00 PM

भोपाल: ठेकेदार से रिश्वत लेने के मामले में लोकायुक्त पुलिस ने लोक निर्माण विभाग के ईई धर्मेंद्र जायसवाल को निलंबित कर दिया है। वहीं मदन अग्रवाल ने जायसवाल के खिलाफ भ्रष्ट्राचार और ठेकेदारों पर अत्याचार करने की शिकायत सीएम से की है।शिकायत के बाद पिछले 10 सालों में जहां उसकी नियुक्ति रही है, उन सभी की जांच की जा रही है। लोकायुक्त के साथ आयकर विभाग और ईओडब्ल्यू विभाग भी जायसवाल के खिलाफ केस दर्ज करने में जुट गया है। जायसवाल के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति के अलावा भ्रष्ट्राचार अधिनियम सहित कई मामलों की जांच शुरु हो चुकी है।

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3 लाख की रिश्वत लेते हुए रंगेहाथ पकड़ा
दरअसल, बीते दिनों लोकायुक्त पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) के कार्यपालन मंत्री (ईई) धर्मेंद्र जायसवाल को उसके घर से तीन लाख की रिश्वत लेते रंगेहाथ पकड़ा था। आपको बता दें कि उसने महू से जुलवानिया के बीच रोड बनाने वाले ठेकेदार मेहरुद्दीन खान से 50 लाख का भुगतान करने के बदले रिश्वत मांगी थी। रिश्वत की राशि लेते ही लोकायुक्त पुलिस की टीम ने उसे धरदबोचा था। 

पहले भी हो चुकी है कार्रवाई
इससे पहले भी जायसवाल पर कार्रवाई हो चुकी है। साल 2017 में जब वह खरगोन में कार्यरत थे तो उस दौरान जायसवाल की निगरानी में जो सड़क बनी थी उसकी क्वालिटी बहुत ही घटिया थी। दौरे पर आए विवेक अग्रवाल उनसे नाराज हो गए और उन्होंने जायसवाल सहित दो अन्य पीडब्ल्यूडी अधिकारियों के खिलाफ करते हुए 1 करोड़ 24 लाख रुपए की रिकवरी निकाल दी थी। अभी तक इसकी जांच चल रही है। हैरानी की बात यह है कि इतनी बड़ी घोटालेवाली करने के बाद जायसवाल की पदोन्नति करके उन्हें एसडीओ बनाकर बड़े जिलो का चार्ज दिया गया। यह शिकायत भी सीएम कमलनाथ के पास पहुंची है।

हर काम में हिस्सदारी होगी
जानकारी के मुताबिक जायसवाल चार महीने पहले ही झाबुआ से इंदौर आया था। वहीं कर्मचारी बताते है कि उसने आते ही ठेकेदारों तक संदेश पहुंचा दिए थे कि हर काम में उसकी हिस्सदारी कमीशन के रुप में रहेगी। मात्र 4 महीनों में ही उसकी कई शिकायतें चीफ इंजीनियर और प्रमुख सचिव तक पहुंची। 


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Vikas kumar

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