शिवपुरी में गोहत्या, 15 दिन पंचायत भवन में 20 गायों को बंद रखा, भूख-प्यास से सभी की मौत

2/18/2020 5:07:36 PM

शिवपुरी: मध्य प्रदेश के शिवपुरी जिले से मानवता को शर्मसार करने वाला मामला सामने आया है। करैरा जनपद की ग्राम पंचायत छितीपुर में आवारा गायों को पंचायत भवन की बाउंड्रीवाल के अंदर बंद कर ताला जड़ दिया। भूख और प्यास से गायों ने तड़प-तड़पकर दम तोड़ दिया। गायों की मौत हो जाने के बाद पंचायत सरपंच-सहायक सचिव और गांव वाले एक-दूसरे को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं। जानबूझकर गायों को बंद रखकर मरने के लिए छोड़ना, यह गोहत्या जैसा ही है। कई गायों के शव तो पंचायत भवन में ही पड़े-पड़े सड़ गए। इसे लेकर प्रशासन और पशुपालन विभाग के अधिकारियों को जानकारी तक नहीं है। यह आवारा गोवंश किसानों की फसल नष्ट कर रहे थे इसलिए इन्हें बंद किया गया।

दिनारा थाना क्षेत्र के ग्राम छितीपुर में कुशाभाऊ ठाकरे पंचायत भवन में करीब 20 गायों को बंद कर दिया। गायों को चारे-पानी की कोई व्यवस्था नहीं की गई। करीब दस से पंद्रह दिनों में गायों की भूख-प्यास से एक-एक करके मौत होती चली गई। ग्रामीणों गायों की मौत के लिए सरपंच और सचिव को जिम्मेदार ठहराया हैं। गांव के लोगों ने बताया कि पंचायत भवन की चाबी गांव के सरपंच-सचिव के पास रहती है, फिर पंचायत भवन के अंदर बिना सरपंच सचिव की इजाजत के कौन गोवंश को अंदर कैद कर सकता है। 8 किमी दूर थनरा ग्राम पंचायत में गोशाला मंजूर हुई है। वहीं 25 सितंबर को कांग्रेस विधायक जसमंत जाटव ने गोशाला का भूमिपूजन किया था, लेकिन पांच महीने में भी गोशाला का काम पूरा नहीं किया जा सका। यदि गोशाला बन चुकी होती तो मरने से पहले उक्त गायों को नई गोशाला में रखकर मरने से बचाया जा सकता था।

PunjabKesari

छितीपुर पंचायत के सरपंच शिमला रामनिवास लोधी का कहना है कि उन्होंने ग्रामीणों से मैंने मना किया था कि पंचायत भवन में गायों को बंद मत करना। कहा था कि आप रस्सों से आवारा गोवंश को अपने-अपने घर बांध लेना और चारा पानी देते रहना, लेकिन उन्होंने रात में पंचायत भवन का ताला तोड़कर कर गोवंश को बाउंड्रीवाल के भीतर बंद कर दिया। इसमें हमारा कोई कसूर नहीं है।

सहायक ग्राम पंचायत सचिव वेदव्यास का कहना है कि छितीपुर ग्रामपंचायत भवन में हमारी कोई गलती नहीं है। ग्रामीणों ने गेट का ताला तोड़कर गोवंश को अंदर बंद कर दिया। बंद करने के बाद उन्हें खाना पीना भी नहीं दिया। इस कारण उनकी मौत हो गई। इसमें हमारी कुछ गलती नहीं है। जिले में वर्ष-2019 में कमलनाथ सरकार ने 30 गोशालाएं मंजूर की थीं। जिसमें से अभी तक सिर्फ 5 निजामपुर, बामौरकला, गूडर, मायापुर और मायापुर में गोशालाओं में पशु रखे जा रहे हैं। अन्य गोशालाएं देरी से बनने की वजह से चालू नहीं हो पाईं हैं। साल 2020 में 100 नई गोशालाएं मंजूर हुईं हैं। हर विस में 20-20 गोशालाएं बनना हैं।

वहीं शिवपुरी जिला पशुपालन विभाग के उप संचालक डाॅ. एमसी तमोरी ने बताया कि छितपुर गांव में गायों को बांउड्रीवाल में बंद रखकर भूखा-प्यासा रखकर मार डाला है तो यह गोहत्या का मामला बनता है। गायों की हत्या करने वालों पर मुकदमा दर्ज होगा। जिले में मंजूर 30 में 5 गोशाला चालू हैं, अन्य लगभग तैयार हैं। सिर्फ थनरा पंचायत की गोशाला का काम सबसे पीछे है। इस बारे में जिप सीईओ से बात की है।


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Edited By

Jagdev Singh

Recommended News

Related News