सोने के वर्क से अशोक स्तंभ की डिजाइन वाले संविधान बनाने वाले स्व. दीनानाथ भार्गव के परिवार से मिलिए
Thursday, Jul 14, 2022-01:47 PM (IST)

इंदौर (गौरव कंछल): नए संसद भवन (new parliament bhawan) में लगे विशालकाय राष्ट्रीय चिह्न अशोक स्तंभ (ashok stambh) में बने शेरों (lions) के हावभाव को लेकर विवाद छिड़ा गया है। भारत के संविधान का इंदौर (indore) से विशेष नाता रहा है। इंदौर के दीनानाथ भार्गव (deenanath bhargva) ने संविधान के लिए कवर पेज तैयार किया था। भार्गव परिवार ने मौजूदा विवाद में ना पड़कर केवल इतना कहा कि स्व. दीनानाथ भार्गव ने शेरों का चित्र बनाया था। जबकि नए संसद भवन पर शेरों की विशालकाय प्रतिमा लगाई गई है। चित्रकारी और प्रतिमा निर्माण में अंतर तो आता ही है।
पुराने डिजाइन जैसा ही है नया डिजाइन
संविधान का कवर पेज बनाने के लिए अशोक स्तंभ की शेरों वाली डिजाइन सोने के वर्क से बनाई गई थी। आज शेरों की मुख मुद्रा को लेकर विवाद है। कहा जा रहा है कि पूर्व में शेरों के हाव-भाव शांत-संयमित थे। लेकिन अब इनके आक्रामक मुद्रा में बनाया गया है। संविधान का कवर पेज बनाने वाले स्व. दीनानाथ भार्गव के घर पहुंची। यहां दोनों चित्रों का मिलान किया। जब बारीकी से ये अंतर देखा तो पाया कि मौजूदा डिजाइन पूर्व की डिजाइन जैसी है। परिवार इसलिए इस विवाद को ज्यादा तवज्जो नहीं दे रहा है।
हुआ था शावकों के हाव-भाव पर गहन अध्ययन
संविधान का कवर पेज बनाने के लिए स्व. दीनानाथ भार्गव ने काफी गहन शोध और मेहनत की थी। शेरों की डिजाइन बनाने के लिए उन्होंने कोलकाता के चिड़ियाघर में करीब डेढ़ महीने का समय गुजारा। इस दौरान उन्होंने नर, मादा शेरों और यहां तक के उनके शावकों के भी हाव-भाव का गहन अध्ययन किया था।
स्व. दीनानाथ भार्गव की उपलब्धि को लेकर परिवार की राय
बता दें कि संविधान कवर पेज के लिए तत्कालीन प्रधानमंत्री पं. जवाहरलाल नेहरू ने निर्देश दिए थे। जिसके बाद ये काम दीनानाथ भार्गव ने किया था। परिवार की लंबे समय से मांग है कि स्व. दीनानाथ भार्गव की उपलब्धि, कला के सम्मान में जिला प्रशासन, नगर निगम किसी आर्ट गैलरी, सड़क या चौराहे का नाम उनके नाम पर रखे। 1949 में सरकार ने इस काम के लिए 12 हजार रुपये पारिश्रमिक मिला था। कवर पेज के अलावा स्व. भार्गव ने संविधान के सभी पन्नों पर आउटलाइन और मुख्य पृष्ठ की डिजाइन भी तैयार की थी।