करोड़ों की जमीन अधिग्रहण कर इंदौर में कॉरिडोर बनाएंगी सरकार, विरोध में कलेक्ट्रेट का घेराव करने पहुंचे किसान, जानिए पूरा मामला
Tuesday, Aug 30, 2022-07:57 PM (IST)

इंदौर(सचिन बहरानी): कलेक्टर कार्यालय पर बड़ी संख्या में इंदौर के समीप 20 गांव के किसान पहुंचे और विरोध स्वरूप प्रदर्शन किया। दरअसल, प्रदेश सरकार द्वारा हाल ही में इंदौर पीथमपुर इकोनामिक कॉरिडोर का निर्माण करना है जिसमें इंदौर के समीप नावदा बिसनावदा, नेनोद सहित 20 गांव के किसानों की हजारों हेक्टेयर भूमि का अधिग्रहण किया जा रहा है जिसको लेकर विरोध स्वरूप बढ़ी संख्या में किसान कलेक्टर कार्यालय पर पहुंचे। इस दौरान कलेक्टर बाहर नहीं आए तो आक्रोशित किसान कलेक्टर कार्यालय के बाहर धरने पर बैठ गए। किसानों के धरने पर बैठने के बाद इंदौर कलेक्टर मनीष सिंह किसानों के बीच पहुंचे और उनकी बात सुनी और उन्हें पूरे ही मामले को लेकर एक समिति बनाने की सलाह दी गई।
प्रदेश सरकार द्वारा इंदौर से पीथमपुर इकोनामी कॉरिडोर बनाया जाना है जिसको लेकर इंदौर के समीप 20 गांवों की हजार हेक्टेयर भूमि का अधिग्रहण किया जाना है जिसको लेकर किसानों में काफी ही रोष है। किसानों का आरोप है कि जिन भूमि पर प्रशासन अधिग्रहण करना चाहता है। वह करोड़ों रूपये एकड़ की जमीन है। इस कॉरिडोर के बनने के चलते कई किसानों को अपनी जमीन से हाथ धोना पड़ेगा।
सरकार द्वारा जो राशि दी जा रही है वह भी बहुत कम है। वही कई हजार हेक्टेयर सिंचित उपजाऊ जमीन भी इस कॉरिडोर के निर्माण के चलते खराब हो जाएंगी जिसका किसान विरोध कर रहे हैं। हालाकि किसानों की मांग को मानते हुए इंदौर कलेक्टर मनीष सिंह ने आश्वासन दिया है कि वह एक समिति बना ले जिसके बाद उनकी बात प्रदेश सरकार तक पहुंचाई जाएंगी।