मछली पकड़ने का अनोखा तरीका, कभी भी मौत को दे सकता है बुलावा, भारी पड़ सकती है लापरवाही
Monday, Jul 21, 2025-06:53 PM (IST)

गुना (मिस्बाह नूर) : जुलाई महीने का आखिरी दौर चल रहा है और गुना जिले के नदी-तालाब लबालब भरे हुए हैं। इस दौरान जिले से कुछ ऐसी तस्वीरें सामने आ रही हैं, जो लोगों को हैरत में डाल रही हैं। ये तस्वीरें एक तरफ तो लोगों के अनोखे 'टैलेंट' को दिखाती हैं, वहीं दूसरी ओर घोर लापरवाही और खतरे को भी उजागर करती हैं।
पहली तस्वीर गुना जिले की चाचौड़ा तहसील के बटावदा गांव से आई है। यहां दर्जनों ग्रामीण मछली पकड़ने का एक बेहद जोखिम भरा और अनोखा तरीका अपना रहे हैं। पुलिया के किनारे खड़े होकर ग्रामीण अपने-अपने हाथों में छाता लगाए पानी के तेज बहाव में लगा रहे हैं। पानी के साथ बहकर आ रही मछलियां उछलकर इन छतों में आ जाती हैं। यह दृश्य देखने में भले ही अनोखा लग रहा हो, लेकिन इसमें बड़ी लापरवाही भी साफ दिख रही है। तेज बहाव में किसी भी व्यक्ति के गिरने से बड़ी दुर्घटना घटित हो सकती है, जो मछली पकड़ने के इस 'टैलेंट' को मुसीबत में बदल सकती है।
अनोखा टैलेंट न बन जाए जानलेवा
वहीं, दूसरा दृश्य गुना के एक छोर पर स्थित तालाब से सामने आया है, जो रोंगटे खड़े कर देने वाला है। तालाब के किनारे स्थित एक ऊंचे पेड़ पर चढ़कर नाबालिग बच्चे करीबन 50 फीट की ऊंचाई से तालाब में कूद रहे हैं। यह कृत्य सीधे तौर पर अपनी जान जोखिम में डालने जैसा है। इतनी ऊंचाई से कूदने पर देखने वालों के भी रोंगटे खड़े हो जाते हैं। बच्चे कूदने के बाद काफी देर तक पानी के नीचे रहते हैं और कुछ मिनटों बाद ही ऊपर आ पाते हैं। इन घटनाओं ने जिले में सुरक्षा मानकों और लोगों की जागरूकता पर सवाल खड़े कर दिए हैं। प्रशासन को इन जोखिम भरे कृत्यों पर संज्ञान लेकर उचित कदम उठाने की जरूरत है, ताकि ऐसी लापरवाहियों से होने वाले हादसों को रोका जा सके।