MP में भारी बारिश की चेतावनी, CM कमलनाथ ने फसलों के नुकसान के सर्वे के दिए निर्देश
12/14/2019 4:10:44 PM
भोपाल: उत्तर भारत में हो रही लगातार बर्फबारी के चलते मध्यप्रदेश में मौसम के मिजाज भी बदल गए हैं। बंगाल की खाड़ी से आने वाली हवाओं के चलते मध्य प्रदेश के कई जिलों में बारिश की संभावना बनी हुई है। मौसम विभाग ने प्रदेश के 20 जिलों में बारिश के साथ ओलावृष्टि का अलर्ट जारी किया है। वहीं प्रदेश में हो रही
भारी बारिश के चलते फसलों को बहुत नुक्सान हो रहा है जिसे लेकर सीएम कमलनाथ ने ट्वीट कर किसानों को हर संभव मदद देने की बात कही है।
प्रदेश के पूर्वी जिले जैसे सीधी, उमरिया, सतना, जबलपुर, में आज भी बारिश हो सकती है। रात भर बादल छाए रहने के कारण पूर्वी मध्य प्रदेश के कई हिस्सों में न्यूनतम तापमान में दो से चार डिग्री की वृद्धि देखी गई है। 24 घंटे के बाद मौसम साफ हो जाएगा और उत्तर से ठंडी हवाएं चलेंगी।
इन जिलों में येलो अलर्ट
मध्य प्रदेश के कई जिलों में आने वाले 24 घंटों में भारी बारिश के साथ ओलावृष्टि होने की संभावना है। रीवा, सागर, शहडोल संभागों के जिलों में तथा कटनी, जबलपुर, भिंड, मुरैना, ग्वालियर, दतिया, शिवपुरी, रायसेन, विदिशा, भोपाल, होशंगाबाद और बैतूल जिलों में कहीं-कहीं गरज चमक के साथ बिजली गिरने की संभावना है, जिसके चलते मौसम विभाग ने येलो अलर्ट जारी किया है। वहीं पन्ना, सतना, रीवा, सीधी, सिंगरौली, कटनी एवं उमरिया में भारी बारिश एवं ओलावृष्टी की संभावना है।
प्रदेश में कई हिस्सों में कल अचानक हुई बारिश , आँधी व ओलावृष्टि से फ़सलो को नुक़सान की जानकारी मिली।
— Office Of Kamal Nath (@OfficeOfKNath) December 13, 2019
किसान भाई चिंतित ना हो , सरकार संकट की इस घड़ी में आपके साथ है।
हरसंभव मदद की जायेगी।
प्रशासन को नुक़सानी के सर्वे के निर्देश।
सीएम कमलनाथ ने मुआवजें की दिलाया भरोसा
प्रदेश के कई जिलों में आज बारिश हो सकती है। आसमान में बादल छाए रहने के कारण कई जिलों में तामपान में गिरावट आई है। पिछले दिनों हुई बारिश से किसान परेशान है। ओलावृष्टि और कोहरा पड़ने से फसलों को काफी नुक्सान हो रहा है। इस पर सीएम कमलनाथ ने ट्वीट में लिखा कि देश में कई हिस्सों में कल अचानक हुई बारिश, आंधी व ओलावृष्टि से फ़सलो को नुक़सान की जानकारी मिली। किसान भाई चिंतित ना हो, सरकार संकट की इस घड़ी में आपके साथ है। हरसंभव मदद की जायेगी। वहीं सीएम कमलनाथ ने प्रशासन को फसलों में हुए नुक़सान के सर्वे करने के निर्देश दिए।