भोपाल भारत भवन को देख इंदिरा गांधी हो गई थी इंप्रेस, फिर दिया ऐसा बयान कि हिल गई दिल्ली
2/13/2020 5:08:45 PM
भोपाल: 13 फरवरी 1982 यानी आज से 38 साल पहले भोपाल में भारत भवन का निर्माण हुआ था। इसका उद्घाटन देश की तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने किया था। भोपाल के श्यामला हिल्स पर बने इस भारत भवन को देख कर इंदिरा गांधी इतनी प्रभावित हुई थी कि उन्होंने एक ऐसा बयान दिया था जिससे भोपाल से दिल्ली तक कोहराम मच गया था।
दरअसल, 1982 में जब भोपाल भारत भवन का निर्माण किया था तो तब मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री अर्जुन सिंह थे। वे उस समय मध्यप्रदेश को देश की सांस्कृतिक राजधानी के रूप में स्थापित करना चाहते थे। उनके वीजन को लेकर ही भोपाल को देश की सांस्कृतिक राजधानी भो कहा जाने लगा था। अपनी इसी इच्छापूर्ति के लिए उन्होंने भवन के उद्घाटन के लिए तत्कालिन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी को आमंत्रित किया था।
भवन का डिजाइन देख कर हैरान थी इंदिरा
भारत भवन का डिजाइन जो चार्ल्स कोरिया ने बनाया था बहुत ही सुंदर था। भवन के उद्घाटन समारोह में इंदिरा गांधी इसे देखकर हैरान हो गई यह था तो भवन लेकिन किसी भी तरह से इमारत नहीं लग रहा था। यह पहाड़ को काटकर अंडरग्राउंड बनाया गया है। आज भी इसे देखकर लोग भौचक्के रह जाते हैं। दरअसल, भवन भोपाल शहर में बड़े तालाब के निकट स्थित सबसे अनूठे राष्ट्रीय संस्थानों में से है जोकि एक विविध कला संग्रहालय भी है। यह पानी पर झुका हुआ एक पठार की तरह है जहां से भोपाल का बड़ा तालाब और ऐतिहासिक शहर दिखाई देता है।
तो इंदिरा ने दिया था यह बयान
देश की विभिन्न कला-संस्कृति और सांस्कृतिक कार्यक्रमों को एक ही जगह देख वे काफी प्रभावित हो गईं और उन्हें यह कहना पड़ गया कि 'जो दिल्ली में नहीं हो रहा है वो भोपाल में हो रहा है।' उनकी बातों से ऐसा लग रहा था कि मानों वो कहना चाह रही हो कि कला और संस्कृति का यह भवन दिल्ली में स्थापित होना चाहिए था। उनके इस बयान के बाद काफी बयानबाजियां और प्रतिक्रियाएं सामने आई थी।