साहित्य, संस्कृति और समाज पर महाकौशल कॉलेज का अंतरराष्ट्रीय वेबिनार,रामायण काल की संस्कृति पर हुआ मंथन

2/8/2023 4:18:07 PM

जबलपुर (विवेक तिवारी) : शासकीय महाकौशल कला एवं वाणिज्य महाविद्यालय जबलपुर के अंग्रेजी विभाग द्वारा ELTAI जबलपुर चैप्टर के सहयोग से "साहित्य, संस्कृति और समाज" पर दो दिवसीय अंतरराष्ट्रीय वेबीनार 6 और 7 फरवरी 2023 को संपन्न हुआ। वेबीनार रूसा विश्व बैंक द्वारा प्रायोजित किया गया था।

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460 पंजीकरणों‌ के साथ इसे जबरदस्त प्रतिक्रिया मिली। वेबीनार में केन्या, फिलीपींस, बांग्लादेश, पाकिस्तान और ट्यूनीशिया के साथ-साथ पूरे भारत से प्रतिभागी शामिल हुए। वेबीनार के मुख्य अतिथि रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय जबलपुर के कुलपति प्रोफेसर कपिल देव मिश्र, विशिष्ट अतिथि अंग्रेजी विभाग शिक्षक संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ संजय अरोड़ा थे, अध्यक्षता डॉ एसी तिवारी एवं धन्यवाद ज्ञापन डॉ प्रलय कांत ने किया। उद्घाटन सत्र की शुरुआत मां सरस्वती के दिव्य आशीर्वाद के साथ हुई। वेबीनार का उद्देश्य संयोजक डॉ आभा पांडे ने बताया ELTAI जबलपुर चैप्टर और अंग्रेजी विभाग की गतिविधियों का संक्षिप्त विवरण भी प्रस्तुत किया गया। प्रोफेसर के.एम. पांडे बनारस हिंदू विश्वविद्यालय, वाराणसी ने वेदों, उपनिषदों और रामायण में वर्णित भारत की समृद्ध साहित्यिक परंपरा के बारे में बोलते हुए मुख्य भाषण दिया। उद्घाटन सत्र का संचालन डॉक्टर प्रतिभा कुमार ने किया। जलपाईगुड़ी पश्चिम बंगाल के डॉक्टर वासुदेव पॉल ने साहित्य और समाज के बारे में व्यापक दृष्टिकोण प्रस्तुत किया।  डॉ समता नायडू सत्र की संचालक थी। कानपुर की डॉ नीरू टंडन ने "साहित्य और समाज, नैतिक मूल्यों और साहित्य में नैतिकता" पर अपने तर्क के समर्थन में कई ग्रंथों का विश्लेषण किया। सत्र का संचालन डॉ. नीलू रघुवंशी ने किया। अध्यक्ष रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय जबलपुर अध्ययन मंडल अंग्रेजी डॉक्टर आलोक चंसोरिया की अध्यक्षता में आयोजित सत्र में वेबीनार में सात पेपर प्रस्तुत किए गए सत्र का संचालन डॉ स्मिता बेलवंशी ने किया।

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समकालीन साहित्य, दलित साहित्य पर भी हुआ मंथन

वेबीनार के दूसरे दिन मुख्य वक्ता डॉ जी. एस. गौतम अध्यक्ष केंद्रीय अध्ययन बोर्ड भोपाल ने समकालीन साहित्य दलित साहित्य और पारिस्थितिक वाद पर तीसरे पूर्ण सत्र के साथ शुरुआत की सत्र का संचालन डॉ उषा मसराम ने किया।

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डॉ इंदिरा नित्यानंदम ने डायस्पोरा पहचान और संबंधित शर्तों पर एक आकर्षक वार्ता प्रस्तुत की सत्र का संचालन प्रोफेसर आभा पांडे ने किया। पांचवे पूर्ण सत्र में डॉ अशोक सचदेवा ने उत्तर आधुनिक वाद पर व्याख्यान दिया। डॉ डॉक्टर नीलांजना पाठक ने सत्र का संचालन किया। द्वितीय दिन के अंतिम सत्र की अध्यक्षता डॉ विनीता कौर सलूजा प्रो वाइस चांसलर मंगलायतन विश्वविद्यालय जबलपुर ने की सत्र का संचालन डॉ मीना केलर ने किया। कुल 50 प्राप्त शोध पत्रों में से प्रथम दिन 7 एवं दूसरे दिन 7 शोध पत्रों का वाचन किया गया। समापन सत्र डॉ लीला भलावी अतिरिक्त संचालक उच्च शिक्षा विभाग की अध्यक्षता एवं डॉ विनीता सलूजा के मुख्य आतिथ्य में संपन्न हुआ। संयोजक डॉ आभा पांडे ने वेबीनार का प्रतिवेदन प्रस्तुत किया। feedback राजश्री कपूर सहायक प्राध्यापक एवं पूर्णिमा पटेल कनिष्ठ शोध फेलो ने दिया। डॉ श्रवण कुमार ELTAI एसोसिएशन के वाइस प्रेसिडेंट, उत्तरांचल विश्वविद्यालय द्वारा साहित्य में टेक्नोलॉजी के समावेश की बात कही। आभार प्रदर्शन मीना केलर ने किया।


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Content Writer

meena

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