हनीट्रैप में फंसे जबलपुर के SDM, तहसीलदार, मामले में हुआ नया खुलासा

10/1/2018 4:45:35 PM

जबलपुर: रात के अंधेरे में एक फ्लैट में एस डी एम और तहसीलदार के साथ दो युवतियों की खबर चर्चा का विषय बनी हुई है। कोई कह रहा है यह पत्रकारों की फ़र्ज़ी गैंग के द्वारा रची गई साजिश है, तो कोई कह रहा है की शराब माफिया के खिलाफ अधिकारियों ने कड़ी कार्यवाही की जिसके कारण उन्हें फसाने के लिए सारा खेल खेला गया है। 

सवालों के घेरे में तथाकथित पत्रकार और कुछ पुलिस वाले भी हैं। सोशल मीडिया में दो अधिकारियों के हनीट्रैप में फंसे होने का जो वीडियो वायरल हो रहा है, इससे कई बातों पर सवाल खड़ा हो रहा है, इसमें पीके सेन गुप्ता जो पाटन के एसडीएम और दूसरे शहपुरा  तहसीलदार अनूप श्रीवास्तव के साथ कुछ कथित पत्रकार अभद्रता करते हुए नजर आ रहे हैं। ऐसा बताया जा रहा है कि पीके सेन गुप्ता और अनूप श्रीवास्तव को इन पत्रकारों ने लड़कियों के साथ पकड़ा था और इसी के बाद इन अधिकारियों के साथ बदतमीजी की गई। घटना जबलपुर के धनवंतरी नगर चौराहे की है| शहर भर में दो लड़कियों के साथ अधिकारियों के होटल में पकड़े जाने की चर्चा जोरों पर है। सोशल मीडिया पर मैसेज वायरल होने के बाद घटनाक्रम सामने आया और अधिकारियों में हड़कम्प मच गया।

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जबलपुर में हुए इस हनीट्रेप की पूरी कहानी किसी फिल्म से कम नहीं है। पूरी प्लानिंग के साथ इन अधिकारियों को पकड़ा जाता है इस पूरे ऑपरेशन की खबर यहाँ तक कि एसपी तक को नहीं दी जाती है कहा जा रहा है कि जसूजा सिटी में एक फ्लैट में तहसीलदार और एस डी एम युवतियों के साथ रंगे हाथों पकड़े गए हैं, जहां पुलिस के कुछ लोग भी मौजूद हैं। उसी समय वक्त फ़र्ज़ी पत्रकार भी उनको घेर लेते हैं, डील होती है, और मामला रफा-दफा हो जाता है कुछ असली पत्रकार जब तक पहुंच पाते हैं तक तक खेल सफल हो चुका होता है। वायरल वीडियों में अधिकारी भागते हुए नजर आते हैं कुछ कथित पत्रकार उनको पकड़ भी रहे हैं, उसके बाद कुछ पत्रकार होटल ढाबे में पार्टी मानते भी नजर आ रहे हैं, पूरा सीन फिल्मी है, उक्त पुलिस वाले भी वीडियो में नजर आ रहे हैं। लेकिन अधिकारी खुद चुप हैं, लिहाजा उनकी चुप्पी भी कई सवाल खड़े कर रही है। इधर एस पी अमित सिंह इन पर कड़ी कार्यवाही की बात कर रहे हैं, कुछ पुलिस कर्मियों को सस्पेंड भी किया जा चुका है।

अधिकारियों ने इसे साजिश बताया है। बताया यह भी जा रहा है कि एसडीएम पी के सेन गुप्ता और अनूप श्रीवास्तव ने जबलपुर के एक शराब ठेकेदार के खिलाफ कड़ी कार्यवाही की थी और शराब ठेकेदार का एक बड़ा फर्जीवाड़ा उजागर किया था। ठेकेदार राजस्व की चोरी कर रहा था। इन अधिकारियों ने ठेकेदार के खिलाफ कार्यवाही करने के लिए पुख्ता सबूत शासन तक पहुंचाए हैं। गुस्साए ठेकेदार ने इन दोनों अधिकारियों को लड़कियों के साथ ट्रैप करने का षडयंत्र रचा। इस खेल में जबलपुर के कुछ फर्जी पत्रकार भी शामिल है। सूत्रों का कहना है कि इसमें कुछ पुलिसवाले भी शामिल हैं।

वायरल वीडियो जबलपुर कलेक्टर के पास पहुंच गया है। जबलपुर कलेक्टर छवि भारद्वाज ने इस पूरे मामले की जांच के लिए पुलिस अधीक्षक को लिखा है। वहीं छवि भारद्वाज का कहना है कि एसडीएम एक राजपत्रित अधिकारी होते हैं। उनके साथ जिस तरीके की अभद्रता की गई है वह गलत है। दूसरा सवाल यह भी उठ रहा है कि आखिर एसडीएम ने इस पूरे मामले की अब तक शिकायत क्यों नहीं की है। इस रचे गए षड़यंत्र की जानकारी पुलिस व वरिष्ठ अधिकारियों को लगते ही मामले की जांच शुरू कर दी गई है। साथ ही उन फर्जी पत्रकार गिरोह पर भी शिकंजा कसा जा रहा है, जिन्होंने उक्त अधिकारियों को ब्लेकमैल करने के लिए हनीट्रेप में फंसाया है।


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Vikas kumar

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