CM शिवराज को कैलाश विजयवर्गीय ने लिखा पत्र, सीहोर जिला प्रशासन को लेकर क्यों जताई नाराजगी

3/1/2022 10:22:00 PM

इंदौर (सचिन बहरानी): एक दिन पहले सीहोर स्टेट में 11 लाख रुद्राक्ष अनुष्ठान कार्यक्रम को बीच में समाप्त करने को लेकर भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को लिखा पत्र है। पत्र में कैलाश विजयवर्गीय ने अपनी ही पार्टी के सीएम शिवराज को आड़े हाथ लेते हुए अपनी आपत्ति दर्ज कराई है। उन्होंने प्रशासन को भी आड़े हाथ लिया है। इसके साथ ही यह भी कहा है कि कि क्या आपकी छवि प्रशासन धूमिल करना चाहता है।

विजयवर्गीय का शिवराज से सवाल?

राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने लिखे पत्र में कहा कि 28 फरवरी को सीहोर में जो कुछ हुआ, उसे देख सुनकर अत्यंत पीड़ा और वेदना पहुंची है।  सीहोर जिला प्रशासन की अकर्मण्यता से मेरे जैसे कई सनातनीयों को आघात पहुंचा है। विगत 17 वर्षों से आप इस प्रांत के मुखिया हैं। आखिर ऐसे कौन से विपदा आ गई थी कि पंडित प्रदीप मिश्रा पर इतना दबाव बनाया गया कि उन्हें भारी मन से कथा को समाप्त करना पड़ा आगे उन्होंने भोपाल में हर बार की तरह आयोजित इज्तिमा के आयोजन को लेकर बोले और वहां पर भी भीड़भाड़ में कई मंत्रियों के वाहन फंसते हैं तो क्या आप वहां का कार्यक्रम भी ऐसे रोक देते?

सीहोर का प्रशासन इतना नाकारा था: कैलाश विजयवर्गीय

भोपाल में इज्तिमा का आयोजन होता है। लाखों लोग शामिल होते हैं। कई मंत्रियों को जाम में फंसना भी पड़ता है। लेकिन ऐसा कभी सुना ही नहीं दिया कि इज्तिमा को रोक दिया गया हो। क्या सीहोर का प्रशासन इतना नाकारा था कि इस आयोजन की सूचना होने के बावजूद व्यवस्था जुटाई नहीं जा सकी ? क्या जिम्मेदार अधिकारी इतने अदूरदर्शी थे कि वह आप नहीं सके की 1100000 रुद्राक्ष का अनुष्ठान है, तो श्रद्धालुओं की आवाजाही भी रहेगी ? क्या सीहोर के प्रशासनिक अमले की इतनी हिम्मत है कि वह इतना बड़ा निर्णय कर ले?

वहीं कैलाश विजयवर्गीय ने आगे कहा कि शिवराज ऐसे अनगिनत सवालों के जवाब नहीं मिल रहे हैं। यह आपकी ही दूरदर्शिता थी कि अल्प समय में पंढरपुरा में आयोजित पंच कल्याण महोत्सव, इस सदी का अभूतपूर्व आयोजन रहा। आपके ही कार्यकाल में सियासी जैसा भव्य और दिव्य आयोजन हुआ।

प्रदीप मिश्रा से माफी मांगें प्रशासन: विजयवर्गीय

शिवराज सीहोर के अकर्मण्य प्रशासन के कारण आपकी छवि पर भी असर पड़ रहा है। आपको यह सब आवत कराने में भी कष्ट और पीड़ा हो रही है। सीहोर का प्रशासन इस तरह से निकृष्ट साबित होगा, यह कल्पना से परे हैं। मेरा आपसे यही आग्रह है कि मेरे और आप जैसे सनातनी तो शिव के अनुगामी हैं। भगवान शिव ने जैसे विषपान किया वैसे हम भी कर लेंगे। लेकिन शिवरात्रि के महापर्व पर देश भर से आए शिव भक्तों की क्या गलती थी। गलती तो शुद्ध रूप से सीहोर प्रशासन की है। प्रशासन को प्रदीप मिश्रा से माफी मांगना चाहिए और कथा पुनः प्रारंभ हो जाना चाहिए। मेरी दृष्टि में शिवराज के राज में प्रशासन की गलती की सजा शिव भक्त क्यों भुगते। मुझे विश्वास है आप प्रशासन के खिलाफ सख्त कार्रवाई करेंगे तथा कथा पुनः प्रारंभ हो ऐसा प्रयास करेंगे। 

कैलाश विजयवर्गीय ने सच्चाई को स्वीकारा है: नरेंद्र सलूजा 

महाशिवरात्रि पर्व के एक दिन पूर्व सीहोर में 11 लाख रुद्राक्ष अनुष्ठान जैसे अभूतपूर्व सनातनी धार्मिक कार्यक्रम को बीच में रोकने का दबाव बनाने का प्रशासन का आपराधिक कृत्य कहां तक जायज। वहीं राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय के द्वारा किये गए लेटर पर कांग्रेस के प्रवक्ता नरेन्द्र सलूजा ने भी ट्वीट किया और कहा कि भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश ने भी सच्चाई को स्वीकारा है। मंत्री तो जाम में फंसते रहते हैं लेकिन ऐसा पहले कभी नहीं हुआ। 

कथावाचक और श्रद्धालुओं से मांफी मांगें सीएम शिवराज: राष्ट्रीय महासचिव 

मुख्यमंत्री को खुद कथास्थल पर जाकर कथावाचक और श्रद्धालुओं से मांफी मांगना चाहिये। कथा पुनः प्रारंभ हो, ज़िम्मेदार अधिकारियों पर कड़ी कार्रवाई हो, वहीं मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ में भी कल इस आयोजन को बंद करने पर ट्वीट कर कहा था कि महाशिवरात्रि की पूर्व संध्या शिवराज की सरकार शिवराज का क्षेत्र और शिव ज्ञान की गंगा बहाने वाले शिव महापुराण अथवा रुद्राक्ष महोत्सव का शादी उसी में आयोजन दबाव डालकर पहले दिन ही स्थगित करा दिया गया। क्योंकि प्रशासन लाखों श्रद्धालु की व्यवस्था संभालने में असफल साबित। 


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News Editor

Devendra Singh

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