भेष बदलकर ये IPS नशे के सौदागरों पर करते है प्रहार, तेजतर्रार ऑफिसर अमित सिंह को बनाया गया DIG नारकोटिक्स

3/29/2023 7:11:41 PM

भोपाल/जबलपुर (विवेक तिवारी): नशे के सौदागर अब प्रदेश में नहीं बच पाएंगे, युवाओं में नशे का जहर घोलने वाले तस्करों पर अब मध्य प्रदेश पुलिस कहर बनकर टूटेगी। इसकी तैयारी शिवराज सरकार ने कर ली है और अब 2009 बैच के आईपीएस ऑफिसर को डीआईजी नारकोटिक्स के रूप में पुलिस मुख्यालय भोपाल में तैनात किया गया है। जो नशे के खिलाफ प्रदेशभर में जंग लड़ेंगे और ताबड़तोड़ कार्यवाही भी करते नजर आएंगे। आपको बता दें कि मध्यप्रदेश में नशे के खिलाफ नारकोटिक्स विंग पहले भी प्रभावी कार्यवाही करती आई है लेकिन अब मध्य प्रदेश के सीनियर आईपीएस अमित सिंह को पुलिस मुख्यालय में डीआईजी नारकोटिक्स की जिम्मेदारी दी गई है।

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उनका काम अब यही रहेगा कि प्रदेश भर में फैले नशे के कारोबार को ध्वस्त करना और युवाओं को नशे से दूर करना। मध्य प्रदेश के टीकमगढ़, रतलाम, खरगोन, जबलपुर में एसपी रहे अमित सिंह को यह जिम्मेदारी उनकी कार्यकुशलता को देखते हुए दी गई है। अमित सिंह जिन जिन जिलों में रहे अपने एसपी कार्यकाल के दौरान उन्होंने नशे के कारोबारियों पर ताबड़तोड़ कार्यवाही की शायद यही वजह है कि उन्हें अब पुलिस मुख्यालय में नारकोटिक्स में डीआईजी बनाया गया है।

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भेष बदलकर नशे के सौदागर को कई बार पकड़ा

आईपीएस अमित सिंह की कार्यशैली दूसरों अफसरों से थोड़ा जुदा है वे कभी भी किसी भी वक्त किसी भी तस्कर को पकड़ने के लिए अपना हुलिया और भेष बदलकर पहुंच जाते हैं। टीकमगढ़, रतलाम जबलपुर जिलों में वह गुप्त रूप से नशे के ठिकानों पर स्वयं ही मुखबिर के रूप में पहुंच जाते थे और जानकारी एकत्र करने के बाद अपनी टीम को भेजकर कार्यवाही करवाते थे खासकर बच्चे अफीम, ब्राउन शुगर, चरस गांजे की लत में ना पड़े और युवा भी इस से दूर रहें, इसके लिए भी लगातार मुहिम चलाते रहे हैं। जबलपुर में अमित सिंह ने एसपी रहते कई बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया है। एक बार दवा की दुकान में एक नशे से ग्रस्त बच्चे को लेकर भी स्वयं दुकानदार के पास ग्राहक बनकर पहुंच गए थे और लाइव रेड मारते हुए भारी मात्रा में नशीले इंजेक्शन जब्त किए थे और दुकान को भी सील करवा दिया था। ऐसी कई कार्रवाई उन्होंने हर उस जिले में की जहां पर वे एसपी के रूप में पदस्थ हुए।

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खुफिया नेटवर्क के लिए अमित सिंह की है पहचान

2009 बैच के आईपीएस अमित सिंह का खुफिया तंत्र बेहद मजबूत है। खासकर वे नशे के खिलाफ बेहद सख्त रुख अख्तियार करते हैं लिहाजा हर जिले में उन्होंने अपना नेटवर्क तैयार करके रखा है। वहां के लोगों से भी वह लगातार संपर्क में रहते हैं और सूचनाएं उनको मिलती रहती हैं जिस जिस जिले में पदस्थ हुए उस उस जिले में नशे के कौन से कारोबारी हैं और उन पर कैसे लगाम लगानी है, इसके लिए पूरी कार्ययोजना तैयार करते हैं। मध्यप्रदेश में उनका विराट मुखबिरी तंत्र है जिसके जरिए उनको लगातार जानकारी मिलती रहती है। अब जब डीआईजी नारकोटिक्स की जिम्मेदारी उनको मिली है तो मध्य प्रदेश के तमाम जिलों में नशे के खिलाफ बड़ा अभियान देखने को मिलेगा।

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सामाजिक सौहार्द और सोशल पुलसिंग के लिए है पहचान

अमित सिंह बेहद सख्त अफसर के रूप में पहचाने जाते हैं। अपराधियों के खिलाफ ताबड़तोड़ प्रहार करते हैं लेकिन सामाजिक रूप से कार्य करते हुए उनको काफी पहचाना जाता है। वे लगातार सामाजिक रूप से लोगों को जागरूक करने का भी काम करते हैं। सामाजिक ताना-बाना बेहतर रहे, इस दिशा में लगातार गतिशील रहते हैं। लिहाजा अब एक बड़ी जिम्मेदारी उनको दी गई है और मध्य प्रदेश में भी नशे के खिलाफ विशेष अभियान चलाया जा रहा है।  ऐसे में उम्मीद की जा रही है कि मध्यप्रदेश के ऐसे इलाके जहां पर नशे का कारोबार तेजी से हो रहा है वहां पर कभी भी नारकोटिक्स की टीम धावा बोल सकती है।


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Content Writer

meena

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