केंद्रीय बजट में LIC को निजी हाथों में सौंपने का विरोध, बीमा कर्मचारी, अधिकारी और एजेंट हड़ताल पर
2/4/2020 5:48:15 PM
ग्वालियर(अंकुर जैन): मध्य प्रदेश में केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के बजट पेश करने के दौरान एलआईसी को निजी हाथों में सौपे जाने का विरोध शुरू हो गया है। इस निजीकरण के खिलाफ आज ग्वालियर में बीमा कर्मचारी, अधिकारी और एजेंट एक घंटे की सांकेतिक हड़ताल पर रहे। उनका आरोप था कि एलआईसी को बेचे जाने के कुचक्र के पीछे पूंजीपतियों का हाथ है। यह देश के लिये घातक होगा।
इस दौरान उन्होंने सिटीसेंटर स्थित क्षेत्रीय कार्यालय पर जोरदार प्रदर्शन किया और प्रधानामंत्री और वित्त मंत्री के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। बीमा कर्मियों का कहना था कि इस फायदे के सरकारी संस्थान से देश का विकास होता है। इस कमाऊ संस्था को बेचे जाने से हितग्राहियों का विश्वास उठ जाएगा।
कर्मचारी नेताओ ने इस फैसले को देश की जनता के साथ धोखा बताते हुए कहा कि इस कंपटीशन के दौर में यह सरकारी संस्था फायदे में है यदि इसे बेचा जायेगा तो हितग्राहियों का विश्वास उठेगा बल्कि देश का विकास भी प्रभावित होगा उनका आरोप है कि इसमें सरकार की मंशा के साथ पूंजीपतियों की साजिश है।
बीमा एजेंट एशोसिएशन का कहना है कि सरकारी संस्था होने से एलआईसी पर सभी विश्वास करते हैं कि उनका पैसा डूबेगा नहीं लेकिन केंद्रीय सरकार की घोषणा से हमारा विश्वास डगमगा रहा है तो ग्राहकों का विश्वास भी कम होगा जो पैसा देश के विकास और लोगों की जरूरतों पर खर्च होता है। वह पूंजीपतियों की जेब में जायेगा उनका कहना यह भी था जिस संस्था को 1956 में 5 करोड़ के अंशदान से शुरू किया गया। आज वह हजारों करोड़ों के फायदे में है ऐसी कमाऊ संस्था को केंद्रीय सरकार बर्बाद करने पर आमादा है इसे सहन नहीं किया जायेगा।