जिंदगी से जंग हारी रामप्यारी बाई, दबंगों के खिलाफ उठाई थी आवाज, हमीदिया अस्पताल में ली अंतिम सांस

7/9/2022 6:48:58 PM

गुना (मिस्बाहा नूर): गुना (guna) जिले में बमौरी ब्लॉक के धनोरिया में जमीनी विवाद (land dispute) पर डीजल डालकर आग के हवाले की गई रामप्यारी बाई ने दम तोड़ दिया। 80% तक झुलसी रामप्यारी बाई (Rampyari Bhai) सहरिया को भोपाल के हमीदिया अस्पताल में भर्ती किया गया था। यहां उन्होंने शुक्रवार दोपहर आखिरी सांस ली। इस घटना की जानकारी लगते ही सामाजिक संगठनों, सहरियाहितों के लिए काम करने वाली संस्था के साथ-साथ विपक्ष ने भी शिवराज सरकार पर सवाल खड़े किए हैं। रामप्यारी बाई की अंत्येष्टि में शामिल होने के लिए बड़ी संख्या में लोग धनोरिया पहुंचे।

दबंगों की मनमानी के खिलाफ लड़ी थी रामप्यारी बाई  

दबंगों की मनमानी का विरोध करने वाली रामप्यारी बाई की मौत के बाद आक्रोशित लोगों ने उनके अंतिम संस्कार में शामिल होकर पीडि़त परिवार को ढांढस बंधाया और आश्वासन दिया है कि रामप्यारी बाई (justice for Rampyari Bhai) को न्याय दिलाने के लिए संघर्ष किया जाएगा।

रामप्यारी बाई की शहादत को किया सलाम

धनोरिया पहुंचे एकता परिसर के संभागीय समन्वयक सूरज सहरिया ने घटना की निंदा की और ऐलान किया कि रामप्यारी बाई की शहादत बेकार नहीं जाएगी। अब जल, जंगल, जमीन का संघर्ष तेज कर आदिवासियों के अधिकारों को सुनिश्चित किया जाएगा। इस दुखद घटना के बाद धनोरिया में पहुंचने वालों में सामाजिक कार्यकर्ता डॉ. पुष्पराग, नरेंद्र सिंह, राकेश मिश्रा, नंदकिशोर आदिवासी, राजाराम सहरिया, भारत सहरिया भी मौजूद रहे। सभी ने पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने के लिए संगठित होकर आंदोलन करने पर सहमति जताई।    


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News Editor

Devendra Singh

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