ऑक्सीजन घोटाले का खुलासा करे मध्य प्रदेश सरकार: माकपा

4/15/2021 11:19:17 PM

भोपाल, 15 अप्रैल (भाषा) मध्य प्रदेश सरकार पर ऑक्सीजन घोटाले का आरोप लगाते हुए मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) ने बृहस्पतिवार को कहा कि कोरोना वायरस जब पिछले साल से कहीं ज्यादा खतरनाक रूप में मध्य प्रदेश को अपनी चपेट में ले रहा है, तब प्रदेश की भाजपा सरकार नागरिकों की जीवन की सुरक्षा करने की बजाय, मरीजों को मौत के मुंह में धकेल कर घोटाले करने में लगी है।

माकपा ने कहा कि यह घोटाले इतनी बेशर्मी के साथ किए जा रहे हैं कि प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान अपनी ही पार्टी भाजपा के विधायक एवं प्रदेश पूर्व स्वास्थ्य मंत्री अजय विश्रोई की बात सुनने और संतोषजनक उत्तर देने के लिये भी तैयार नहीं हैं।

मध्य प्रदेश माकपा के सचिव जसविंदर सिंह ने यहां बयान जारी करते हुए कहा, ‘‘तीन दिन पूर्व एक बैठक में भाजपा विधायक और पूर्व स्वास्थ्य मंत्री अजय विश्रोई ने मुख्यमंत्री से पूछा था कि जब महाराष्ट्र में 457 मीट्रिक टन ऑक्सीजन से 50,000 मरीजों का इलाज हो सकता है तो फिर मध्यप्रदेश में 732 मीट्रिक टन ऑक्सीजन कहां गायब हो गई, जबकि मरीजों की संख्या महाराष्ट्र की तुलना में मध्य प्रदेश में दस गुना कम केवल 5,000 है। ’’
उन्होंने कहा, ‘‘जाहिर सी बात है कि ऑक्सीजन के नाम पर बहुत बड़ा घोटाला हुआ है। जो सरकार मरीज की सांसों के साथ भी खिलवाड़ कर ऑक्सीजन को निजी हाथों में बेच सकती है, उससे बड़ी जनविरोधी सरकार और कौन सी हो सकती है?’’
सिंह ने कहा है कि यह अचानक ही नहीं है कि प्रदेश में सैंकड़ों टन ऑक्सीजन गायब हो जाती है। उधर मरीजों की या तो इसकी कमी के कारण मौतें हो रही हैं, या फिर उनके परिजनों को चार गुना महंगी दरों में ऑक्सीजन खरीदने पर मजबूर होना पड़ रहा है। वहीं दूसरी ओर रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी में भी भाजपा का ही एक नेता इंदौर में पकड़ा जाता है।

उन्होंने कहा कि जनता को राहत देने की बजाय सरकार लोगों को लूटने और आतंकित करने में लगी है। जब मुख्यमंत्री और उनके मंत्री बिना मास्क लगाये हजारों की रैलियां कर रहे हैं, तब पुलिस ने एक सप्ताह के अंदर ही मास्क न पहनने वाले 64,440 नागरिकों के चालान काट कर 1.78 करोड़ रुपए से अधिका का जुर्माना वसूला है।

माकपा नेता ने कहा कि एक ओर सरकारी अस्पतालों में मरीजों के लिए बिस्तर नहीं हैं, दूसरी ओर निजी अस्पताल गंभीर मरीज को भर्ती नहीं कर रहे हैं और सामान्य मरीज के इलाज में लाखों रुपए के बिल बना रहें हैं।
उन्होंने कहा कि हालत यह है कि राजधानी भोपाल में ही मृतकों के अंतिम संस्कार के लिए आठ-आठ घंटे का इंतजार करना पड़ रहा है। ऐसी स्थिति में भी मुख्यमंत्री निश्चिंत होकर बिना मास्क पहने रैलियां कर रहे हैं, यह जलते हुए रोम पर नीरो के बांसुरी बजाने जैसा नहीं तो फिर और क्या है?
उन्होंने कहा कि ऑक्सीजन और रेमडेसिविर इंजेक्शन की व्यवस्था के साथ ही ऑक्सीजन घोटाले का सच सरकार को जनता को बताना चाहिए।



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PTI News Agency

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