गुजरात से रेमडेसिवीर की तस्करी करने वाले का खुलासा, विहिप से जुड़ा सिटी अस्पताल खरीदता था इंजेक्शन

5/9/2021 10:46:13 PM

जबलपुर(विवेक तिवारी): नकली रेमिडेशिविर इंजेक्शन से लोगों की जान ली  जा रही थी, गुजरात में नकली इंजेक्शन बनाने वाली फैक्ट्री का पर्दाफाश हुआ तो उसके तार जबलपुर से भी जुड़े मिले। जबलपुर के एक दवा व्यापारी सपन जैन को गिरफ्तार किया गया जो गुजरात से इंजेक्शन लाकर जबलपुर के निजी अस्पतालों को देता था इस बीच और भी बड़ा खुलासा हुआ जो बेहद चौंकाने वाला है कथित तौर पर विश्व हिंदू परिषद से जुड़े सरबजीत सिंह मोखा के अस्पताल को भी यह नकली इंजेक्शन मुहैया कराए गए थे सूत्रों के अनुसार पता चला है कि सपन जैन सिटी अस्पताल में यह नकली इंजेक्शन देता था सूत्र यह भी बताते हैं कि पुलिस की पूछताछ में उसने अन्य अस्पतालों के भी नाम उजागर किए हैं जो धीरे-धीरे आ रहे हैं सामने आ रहे हैं  हालांकि पुलिस अभी जांच में जुटी हुई है आइए समझते हैं इस पूरे पर्दाफाश को..

PunjabKesari

गुजरात में नकली रेमडेसिविर इंजेकशन फैक्ट्री का भंडाफोड़ होने और जबलपुर के अधारताल से हुई भगवती फार्मा के संचालक सपन जैन की गिरफ्तारी के बाद चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन का सबसे बड़ा खरीददार  अस्पताल का संचालक सरबजीत  सिंह मोखा निकला। सपन जैन की गिरफ्तारी के बाद पुलिस, प्रशासन और ड्रग विभाग ने संयुक्त कार्रवाई करते हुए भगवती फार्मा सहित दवा दुकानों को सील कर दिया। गुजरात पुलिस द्वारा सपन जैन की गिरफ्तारी और इंदौर पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए दो आरोपियों के खुलासे के बाद जबलपुर का स्थानीय प्रशासन भी हरकत में आ गया। कलेक्टर के निर्देश पर नायब तहसीलदार संदीप जायसवाल की अगुवाई में ड्रग इंस्पेक्टर और अधारताल पुलिस ने सपन जैन के चाचा सत्येंद्र जैन की दवा दुकान पर पहुंची। वहां से टीम को चार रेमडेसिविर इंजेक्शन मिले। सत्येंद्र जैन ने इसका बिल पेश करते हुए बताया कि उक्त इंजेक्शन उसने अपने रिश्तेदार को लगवाने के लिए मंगवाए थे, पर उसे नहीं लगा तो बेचने के लिए रखे थे।

PunjabKesari

सत्येंद्र जैन से पूछताछ में सिटी अस्पताल के संचालक का नाम आया सामने
नायब तहसीलदार संदीप जायसवाल और टीआई अधारताल शैलेश मिश्रा के मुताबिक प्रारंभिक पूछताछ में सत्येंद्र जैन ने बताया कि नकली इंजेक्शन मामले में गिरफ्तार सपन जैन को गुजरात की उस फर्म का पता सिटी अस्पताल के संचालक सरबजीत  सिंह मोखा ने दी थी। सपन जैन का सिविक सेंटर में भगवती फर्म नाम से दवा सप्लाई का काम है। फर्म ने सिटी अस्पताल में 70 लाख की दवा सप्लाई की थी। इसका भुगतान करने के एवज में मोखा ने सपन को गुजरात की नकली इंजेक्शन बनाने वाली फर्म का नंबर मुहैया कराते हुए वहां से इंजेक्शन सप्लाई करने का झांसा दिया था। वहीं 70 लाख रुपए में 50 लाख रुपए भुगतान करने को कहा था।

PunjabKesari

नाम सामने आते ही मोखा खुद के अस्पताल में हुआ भर्ती
सिटी अस्पताल का संचालक पुलिस की कार्रवाई से बचने के लिए खुद के अस्पताल में भर्ती हो गया। उसके बारे में अस्पताल की ओर से दावा किया जा रहा है कि उसे हार्ट अटैक आया है। नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन मामले में सिटी अस्पताल के संचालक सर्वजीत सिंह मोखा का नाम सामने आने के बाद कार्रवाई को लेकर पुलिस-प्रशासन भी असमंजस में है। मोखा जहां खुद विश्व हिंदू परिषद से जुड़ा तो  उस पर बीजेपी के स्थानीय कद्दावरों सहित कई प्रशासनिक अफसरों के हाथ हैं। 

PunjabKesari

मालवीय चौक स्थित सत्यम मेडिकोज भी सील
सपन जैन की गिरफ्तारी के बाद कलेक्टर कर्मवीर शर्मा के निर्देश पर एसडीएम रांझी दिव्या अवस्थी ने सिविक सेंटर दवा बाजार स्थित भगवती फर्म सेल्स और मालवीय चौक स्थित सत्यम मेडिकोज को सील कर दिया। दोनाें ही दवा दुकानों में नकली रेमडेसिविर संबंधी कार्रवाई को लेकर जांच जारी है। 

PunjabKesari

मोखा का दावा, दवा लेते थे इंजेक्शन नहीं लिए
उधर, आरोपों में घिरे  मोखा ने हार्ट अटैक आने के बावजूद अपना पक्ष रखा। दावा किया कि सपन जैन दवा का बड़ा सप्लायर्स हैं। उसकी शहर में कई अस्पतालों में सप्लाई है। उसके यहां भी दवाओं की सप्लाई करता है। पर उससे रेमडेसिविर इंजेक्शन नहीं खरीदे हैं। हमारे अस्पताल को बदनाम करने की ये साजिश है। रेमडेसिविर इंजेक्शन शासन या जिस कंपनी में उसका अकाउंट है, वहां से मिलते हैं।

PunjabKesari

गुजरात पुलिस की गिरफ्त में आया सपन जैन
गुजरात के मोरबी शहर से पुलिस ने नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन बनाने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया था। गुजरात क्राइम ब्रांच ने गुरुवार देर रात जबलपुर पहुंची और अधारताल पुलिस की मदद से आशानगर अधारताल निवासी सपन उर्फ सोनू जैन को गिरफ्तार कर ले गई थी। सोनी भगवती फर्म का संचालक है और उसके चाचा की अधारताल में व परिवार की एक दुकान मालवीय चौक में है। गुजरात पुलिस ने सात आरोपियों को गिरफ्तार करते हुए 90 लाख रुपए और 3370 नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन जब्त किए हैं।

 


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Content Writer

meena

Recommended News

Related News