Corona virus पर भारी पड़ी मां जानकी की श्रद्धा, करीला मेले में पहुंचे लाखों श्रद्धालु

3/16/2020 3:48:33 PM

अशोकनगर(भारतेंदु बैंस): कोरोना वायरस को लेकर विश्व भर में अलर्ट जारी है। भारत में भी इसे लेकर लोगों में खौफ है। लेकिन रंगपंचमी पर करीला में कोरोना पर मां जानकी की श्रद्धा भारी रही। यह मेला अशोकनगर से 35 किलोमीटर दूर पर स्थित माता करीला जी के मंदिर में हर साल लगता है और होली से शुरू होकर रंग पंचमी तक चलता है। इस दौरान करीला में लाखों श्रद्धालुओं ने दर्शन किए। हालांकि मेला में ड्यूटी कर रहे कर्मचारी और पुलिस बल कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए पूरे समय मास्क लगाए रहे। वहीं एनाउंसमेंट के माध्यम से भी लगातार लोगों को कोरोना से बचाव के लिए समझाइश दी जाती रही। अशोकनगर से 35 किलोमीटर दूर पर स्थित माता करीला जी का मंदिर जो यह मेला होली से शुरू होकर रंग पंचमी तक हर साल लगता है। 

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कोरोना वायरस को लेकर मेले में खासे इंतजाम किए गए थे। यहां एक अस्थाई स्वास्थ्य केंद्र बनाया गया, इसमें लोगों के चेकअप के लिए डॉक्टर ओर नर्स एंबुलेंस में मौजूद रहे। किसी भी श्रद्धालु में कोरोना वायरस के लक्षण नजर आने पर उन्हें तुरंत जिला अस्पताल या भोपाल रेफर किया गया। इस मेले में तैनात हजारों कर्मचारियों के लिए भी मास्क उपलब्ध कराए गए। सुरक्षा के लिए सीसीटीवी कैमरे और 15 से से ज्यादा पुलिसकर्मी तैनाती किए गए। 

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बता दें की इस मंदिर का इतिहास रामायण काल से जुड़ा हुआ बताया जाता है। जब श्रीराम ने माता सीता जी को वनवास दे दिया था, उनको इसी जंगल में छोड़ गए और यहीं पर बाल्मीकि ऋषि का आश्रम था ,माता सीता ने यहीं पर लव कुश को जन्म दिया। ऐसी मान्यता है कि लव कुश के जन्म होने पर स्वर्ग से अप्सराओं ने आकर बधाई दी थी और नृत्य किया था और तब से लेकर अब तक यहां आने वाले भक्त अपनी मन्नत पूरी होने पर होली पर यहां पर बधाई नृत्य करवाते है ढोल और लंगाड़ो की थाप पर नृत्य करते  नजर आते हैं।  मध्य प्रदेश के अलावा अन्य राज्यों से हजारों की संख्या में श्रद्धालु इस मंदिर पर माथा टेकने आते हैं।  कहते है कि इस मंदिर पर आने वाले भक्तों की हर मनोकामनाएं पूरी होती हैं।  


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meena

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