नदी के बीचों बीच बना दी सड़क, रेत कारोबारी अवैध उत्खनन कर राजस्व और पर्यावरण को पहुंचा रहे नुकसान
2/4/2022 3:33:00 PM
शहडोल(अजय नामदेव): एक ओर जहां सरकार नदियों को बचाने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है तो वही दूसरी ओर शहडोल जिले में रेत कारोबारियों द्वारा नई रेत नीति का उलंघन कर नियम कानूनों को दरकिनार न केवल नदियों का स्वरूप बदल रहे बल्कि, नदी के बीचों बीच सड़क बना, स्वीकृत (निर्धारित) स्थल से रेत न निकाल कर दूसरे जगह से मशीन से रेत उत्खनन कर रहे हैं। राजस्व के साथ साथ पर्यवारण को नुकसान पहुंचा रहे हैं। लेकिन उन्हें ऐसा करने से कोई भी नहीं रोक रहा बल्कि उनके इस काम मे उनका साथ दे रहे हैं। आपको बता दे कि जिले की रेत खदानों में वंशिका कंपनी का कब्जा है। जहां वे नियमविरुद्ध रेत निकाल राजस्व को चूना लगा रहे हैं जिससे पर्यावरण पर बुरा असर पड़ रहा है।
आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र शहडोल जिले में लगभग 50 रेत खदान स्वीकृत है। जिले में वंशिका कंपनी का रेत का ठेका है। कंपनी के द्वारा कुछ रेत खदानो में नियमविरुद्ध तरीके से नदी के बीचों बीच सड़क बनाकर नदी का स्वरूप बदल दिया है। नदी धार के बीच मशीन से रेत उत्खनन किया जा रहा, इतना ही नहीं स्वीकृत निर्धारित जगह से रेत न निकलकर अन्यत्र जगह से रेत निकाल रहे हैं। दिनदहाड़े नदी के भीतर हैवी मशीनों के साथ बड़े वाहन उतारे जा रहे हैं। खनन कारोबारियों ने नदी के बहाव का रास्ता भी बदल दिया है। इससे नदी का स्वरूप भी बिगड़ गया है। मामले में कई अधिकारियों से खनन कारोबारियों की गठजोड़ है। जिससे कार्रवाई नहीं हो रही है।ऐसा भी नहीं है कि रेत खनन कंपनी की करतूत की जानकारी आला अधिकारियों को न हो।
नई रेत निति के अनुसार 5 सौ हेक्टेयर से अधिक क्षेत्रफल वाली रेत खदानों में मशीन का उपयोग किया जा सकता है। उससे कम क्षेत्रफल वाली रेत खदान पर मशीन पूर्णतः प्रतिबंधित है। बावजूद इसके वंशिका कंपनी के द्वारा चाका रेत खदान खसरा नंबर 853/ 1317 में 2.023 हेक्टेयर की रेत खदान है। जिसमे मशीन का उपयोग पूर्णतः प्रतिबंधित है बावजूद इसके उसमे मशीन लगाकर रेत उत्खनन किया जा रहा, और मशीन का स्वरूप बदलकर सड़क बनाया गया।
वही इस पूरे मामले में खनिज अधिकारी शर्मा रेत ठेकेदारों के इस करतूत पर पर्दा डालते हुए उनका बचाव करते हुए कहा कि उनके माइनिंग प्लान में लाईट एक्सयुवेटर की अनुमति है । पानी का लेवल बढ़ने के कारण वे रेत छोड़ते नहीं है। इसके बावजूद यदि उन्होंने नदी के बीच रास्ता बनाया है तो उसे दिखवा लेंगे ।