शहडोल में SECL का अमलाई OCM बना मौत का दलदल, मिट्टी में समा गई मशीनें और ऑपरेटर, 24 घंटे से कोई सुराग नहीं

Sunday, Oct 12, 2025-07:04 PM (IST)

शहडोल (कैलाश लालवानी): मध्यप्रदेश के शहडोल में एक बड़ा हादसा हुआ है। SECL सोहागपुर क्षेत्र की अमलाई ओपन कास्ट माइंस (OCM) में शनिवार को बड़ा हादसा अब एक गंभीर आपदा का रूप ले चुका है। मिट्टी फाइलिंग के दौरान अचानक हुई स्लाइडिंग में एक डोजर मशीन, एक टीपर मशीन और टीपर ऑपरेटर दलदलनुमा खाई में समा गए। हादसे को हुए 24 घंटे से ज़्यादा वक्त बीत चुका है । लेकिन अब तक ऑपरेटर अनिल कुशवाहा का कोई सुराग नहीं मिल सका है। प्रशासन अब बनारस से आने वाली NDRF टीम का इंतजार कर रहा है।

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वहीं अब इस पूरे मामले में कंपनी और प्रशासन के बयानों में विरोधाभास खुलकर सामने आया है। इस विरोधाभास ने कंपनी की कार्यप्रणाली और DGMS के सुरक्षा मानकों की अनदेखी पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।

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हादसा धनपुरी थाना क्षेत्र के अंतर्गत अमलाई OCM में हुआ, जहां R.K.T.C कंपनी द्वारा ओवर बर्डन (OB) शिफ्टिंग का कार्य पहले से पानी भरे खाई को पाटने के लिए भारी बारिश के बीच किया जा रहा था,अचानक ढलान से मिट्टी खिसकने लगी  और देखते ही देखते चार कर्मचारी मलबे में दब गए। दो कर्मचारियों ने किसी तरह भागकर जान बचाई,जबकि शिफ्ट इंचार्ज मुनीम यादव घंटों तक मिट्टी के ढेर में दबे रहे।

स्थानीय लोगों, पुलिस और SDRF की टीम ने मिलकर उन्हें बाहर निकाला, लेकिन टीपर ऑपरेटर अनिल कुशवाहा अब भी गहरी खाई में लापता हैं। डोजर और टीपर मशीन भी दलदल में समा चुकी हैं।हादसे को हुए 24 घंटे से ज़्यादा वक्त बीत चुका है । लेकिन अब तक ऑपरेटर अनिल कुशवाहा का कोई सुराग नहीं मिल सका है। प्रशासन अब बनारस से आने वाली NDRF टीम का इंतजार कर रहा है, 200 किलोमीटर दूर से आए परिजनों का रो रोकर बुरा हाल है

पूरे मामले में कंपनी,  कोल और  जिला प्रशासन के बयानों में है विरोधाभास 

RKTC कंपनी का कहना है कि यह हादसा मिट्टी स्लाइडिंग से नहीं, बल्कि पुराने डंप प्लेटफॉर्म के धंसने से हुआ है। हम सिर्फ रैंप तैयार कर रहे थे, लेकिन वहीं शहडोल कलेक्टर डॉ. केदार सिंह और SECL प्रबंधन के जीएम बी.के. जेना का कहना है , मिट्टी शिफ्टिंग के दौरान ही मिट्टी स्लाइडिंग हुई,जिससे डोजर, टीपर और ऑपरेटर अनिल कुशवाहा पानी में समा गए, इस विरोधाभास ने कंपनी की कार्यप्रणाली और DGMS द्वारा निर्देशित सुरक्षा मानकों की अनदेखी पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं, कि आखिर भारी बारिश के बीच काम क्यों करवाया जा रहा था।

आपको बता दें कि R.K.T.C कंपनी को करीब 4 अरब रुपए का उत्खनन ठेका मिला है, लेकिन कंपनी पर आरोप है कि वह  DGMS की सुरक्षा गाइडलाइन की धज्जियाँ उड़ाते हुए खतरनाक पहले पानी से भरे खाई पर काम करवा रही है। स्थानीय कर्मचारियों और मजदूरों ने भी कई बार लापरवाही की शिकायतें की थीं, लेकिन उन पर कोई संज्ञान नहीं लिया गया।

वहीं हादसे की जानकारी मिलते ही जिला कलेक्टर डॉ. केदार सिंह,पुलिस अधीक्षक रामजी श्रीवास्तव, SECL के जीएम बी.के. जेना, और कांग्रेस जिला अध्यक्ष अजय अवस्थी मौके पर पहुंचे, मौके पर भारी पुलिस बल, रेस्क्यू टीम और स्थानीय लोग जुटे हुए हैं।SDRF की टीम ने तलाशी अभियान जारी रखा है,लेकिन अब तक किसी सफलता की सूचना नहीं है।


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Content Editor

Desh sharma

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