गुरुचरण सिंह होरा के आरोपों पर सामाजिक संगठनों ने जताई नाराजगी, कहा- CM बघेल से जुड़े विवादित ऑडियो की जल्द जांच हो
9/29/2022 12:43:19 PM
कोरबा (इमरान मल्लिक): विवादित वायरल ऑडियो को लेकर छत्तीसगढ़ ओलंपिक संघ के महासचिव गुरुचरण सिंह होरा की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही। विभिन्न सामाजिक संगठनों ने होरा की गतिविधियों को लेकर सवाल खड़े करते हुए सीएम बघेल पर की गई आपत्तिजनक टिप्पणी की जांच की मांग की है। दरअसल पिछले दिनों एक विवादित ऑडियो टेप में महासचिव गुरुचरण सिंह का नाम जुड़ा था। इसमें कथित रूप से सीएम के नाम से कुछ आपत्तिजनक टिप्पणी की गई थी। वायरल ऑडियो पर होरा ने सफाई देते हुए प्रदेश के कुछ प्रतिष्ठित और सम्माननीय लोगों पर टेप में छेड़छाड़ करने का आरोप लगाए है जिसे लेकर सामाजिक संगठनों में रोष है और उन्होंने विरोध जताते हुए सीएम भूपेश बघेल से मामले की जांच की मांग की है।
गुरुचरण सिंह होरा से जुड़ी वायरल ऑडियो पर उठे विवाद ने एक बार फिर तूल पकड़ ली है। हाल ही में गुरुचरण सिंह होरा ने ओलंपिक संघ के महासचिव के पद से इस्तीफा दे दिया है। हालांकि उन्होंने स्वास्थ्य और व्यक्तिगत कारणों का हवाला देकर महासचिव पद से इस्तीफा दिया है। मगर उन्होंने एकाएक इस महत्वपूर्ण पद से इस्तीफा क्यों दिया इस बात को लेकर प्रदेश में चर्चा गर्म है। कयास लगाए जा रहे हैं कि प्रदेश के केबल टीवी कारोबार पर एकाधिकार जमाने के लिए ही गुरुचरण सिंह होरा ने ओलंपिक संघ के महासचिव पद से इस्तीफा दिया है।
बता दें कि पिछले सप्ताह एक ऑडियो टेप वायरल हुआ। उसमें कई मौकों पर बातचीत की रिकॉर्डिंग है। इसमें कथित रूप से होरा, मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का इस्तेमाल दबाव बनाने के लिए करते सुनाई दे रहे हैं। इसमें दावा किया गया है, अफसर उनको पल-पल की रिपोर्ट देते हैं, एसएसपी-कलेक्टर से कौन, क्या बात कर रहा है यह सब जानकारी उनके पास पहुंचती है। वे नेताओं के भरोसे नहीं अफसरों के भरोसे यह सब कर रहे हैं। दावा भी किया जा रहा है कि माहौल बनाकर रायपुर के 11 केबल कारोबारियों के खिलाफ एक एफआईआर दर्ज कराया था। रायपुर के सभी कांग्रेसी विधायक उनके विरोध में थे।
यह भी दावा किया गया है कि गुरुचरण सिंह होरा भाजपा के आदमी हैं। मोहन भागवत से उनका सीधा संपर्क है, और यह बात मुख्यमंत्री भी अच्छी तरह जानते हैं। यह टेप सामने आने के बाद हंगामा मचा हुआ था। इस बीच गुरुचरण सिंह होरा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर सफाई भी दी। उनका कहना था कि इस टेप में उनकी आवाज नहीं है। इसे टेंपरिंग कर तैयार किया गया है। यह साजिश है। उन्होंने पुलिस से इसकी शिकायत की है। होरा ने वायरल ऑडियो टेप को लेकर कोरबा जिले के वरिष्ठ पत्रकार व समाजसेवी कमलेश यादव पर सीधे तौर पर षड्यंत्र करने का आरोप लगाया है। होरा के इस आरोप को लेकर अब पत्रकारों और सामाजिक संगठनों में रोष देखने को मिल रहा है। कोरबा प्रेस क्लब, पूर्वांचल विकास समिति सर्व यादव समाज छत्तीसगढ़ प्रांतीय के अलावा कई जिला इकाई जैसे सामाजिक संगठनों ने इस बात को लेकर आपत्ति जताई है। पूर्व गृहमंत्री ननकीराम कंवर ने भी गुरुचरण सिंह होरा के आरोप को निराधार बताते हुए मामले की जांच एसआईटी से करने की मांग मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से की है।