MP कांग्रेस में फूट! विरोध के बावजूद सीएम मोहन के मंच पर पहुंचे तीन विधायक
Saturday, Oct 11, 2025-06:26 PM (IST)
भोपाल। मध्यप्रदेश कांग्रेस में अंदरूनी खींचतान अब खुलकर सामने आ गई है। धार में शनिवार को आयोजित जय ओंकार भिलाला समाज के प्रांतीय सम्मेलन ने कांग्रेस के भीतर की दरारें और गहरी कर दी हैं। इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए, लेकिन चौंकाने वाली बात ये रही कि कांग्रेस के तीन विधायक भी उसी मंच पर मौजूद रहे, जबकि उनकी ही पार्टी के नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंगार ने इस आयोजन का खुलकर विरोध किया था।
उमंग सिंगार ने लगाई थी भाजपा पर फूट डालने की फटकार
कांग्रेस के वरिष्ठ आदिवासी नेता और नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंगार ने सम्मेलन को भाजपा की “फूट डालो और राज करो” नीति बताया। उन्होंने कहा कि भाजपा आदिवासी समाज को भील, भिलाला, पटलिया जैसी उपजातियों में बांटकर अपनी राजनीति चमकाना चाहती है। सिंगार ने यह भी आरोप लगाया कि आने वाले दिनों में भाजपा महाकौशल में गोंड सम्मेलन के नाम पर भी यही विभाजनकारी खेल दोहराने जा रही है।
कांग्रेस विधायकों ने अनसुनी कर दी अपील
सिंगार ने बाकायदा अपने X (Twitter) अकाउंट पर पोस्ट कर आदिवासी समाज से अपील की थी कि भाजपा और RSS के छलावे से सावधान रहें। लेकिन उनकी इस अपील को उनकी ही पार्टी के विधायकों ने नजरअंदाज कर दिया।
कार्यक्रम में शामिल रहे कांग्रेस के तीनों विधायक—
सुरेन्द्र सिंह बघेल ‘हनी’ (कुक्षी)
झूमा सोलंकी (भीकनगांव)
राजन मंडलोई (बड़वानी)
तीनों ने मुख्यमंत्री मोहन यादव के साथ मंच साझा किया।
संदेश साफ — कांग्रेस में एकजुटता पर सवाल
इस घटना ने एमपी कांग्रेस में गहराती गुटबाज़ी और अनुशासनहीनता को फिर उजागर कर दिया है। जहां एक ओर नेतृत्व भाजपा की नीतियों पर हमला कर रहा है, वहीं दूसरी ओर उसी पार्टी के विधायक सरकार के कार्यक्रमों में शामिल होकर विपक्ष की धार को कमजोर कर रहे हैं।

