प्रशासन की तैयारियों से पहले ही उज्जैन में बढ़ी भीड़, महाकाल मंदिर आने वाले सारे रास्ते जाम, कई पार्किंग स्थल फुल, बसों के रूट भी बदले

2/17/2023 3:37:54 PM

उज्जैन (विशाल सिंह): महाशिवरात्रि से पहले ही उज्जैन में श्री महाकालेश्वर के दर्शनों के लिए आस्था का सैलाब उमड़ने लगा है। प्रशासन के सारे अनुमान धरे रह गए बाबा के दर्शनों के लिए देशभर से भक्तों आने का सिलसिला तीन दिनों से चल रहा है। सीहोर स्थित कुबेश्वरधाम से भी हजारों श्रद्धालुओं निजी वाहन से आ रहे हैं। शुक्रवार सुबह 9 बजे से पहले ही कई पार्किंग स्थल फुल हो गए थे। इस बीच महाकाल जाने वाले रास्ते जाम हो गए हैं और इसमें सैकड़ों वाहन फंसे हुए हैं। बसों के रूट भी आज से ही बदल दिए गए हैं।

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शुक्रवार सुबह स्थिति यह थी कि महाकाल मंदिर जाने वाले सभी रास्ते जाम हो गए और इनमें वाहन फंसे हुए थे। इधर प्रशासन ने देवासगेट बस स्टैंड से बडऩगर-बदनावर-रतलाम की ओर जाने वाले बसों का रूट डायवर्ट करते हुए इन्हें फ्रीगंज ब्रिज से नानाखेड़ा भेजा जा रहा है। वहीं हरिफाटक ब्रिज पर बसों का आवागमन बंद कर दिया है। इस कारण नानाखेड़ा स्टैंड से बसें इस रूट पर नहीं आ रही हैं। सुबह में कर्कराज, कलौता समाज की धर्मशाला, मन्नत गार्डन सहित हरिफाटक के नीचे बनाए गए पार्किंग स्थल फुल हो गए थे। प्रशासन का अनुमान था कि महाशिवरात्रि पर्व पर दस लाख श्रद्धालु आएंगे। इसे लेकर पिछले एक पखवाड़े से व्यवस्था में लगा था। लेकिन इससे पहले ही लाखों श्रद्धालुओं के आने से प्रशासन की चिंता बढ़ गई है। जिला कलेक्टर पुरषोत्तम कुमार ने बताया कि इस बार एक दिन ही दर्शनार्थी पहुंच गए है।

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इस अनुमान से 10 लाख से 15 दर्शनाथी शिवरात्रि पर दर्शन करेंगे। दर्शनार्थियों को अलग अलग लाइनों में लाकर एक घंटे में दर्शन कराने का प्लान है। इधर महाशिवरात्रि पर्व के लिए प्रशासन द्वारा प्राइवेट स्कूलों की बसों का अधिग्रहण भी किया गया है। करीब 100 बसों से श्रद्धालुओं को पार्किंग स्थल से मुफ्त में लाने व छोडऩे का काम किया जाना है।देश भर से हजारों की संख्या में श्रद्धालु ट्रेनों से उज्जैन पहुंच रहे हैं जिनकी सुरक्षा व्यवस्था के लिये जीआरपी और आरपीएफ द्वारा अतिरिक्त फोर्स स्टेशन के प्लेटफार्म और परिसर में तैनात किया गया है।

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दर्शनार्थियों के आगमन के रास्ते के अनुसार ही पार्किंग की व्यवस्था

पुलिस अधीक्षक सत्येंद्र कुमार शुक्ल ने बताया कि श्रद्धालु गंगोत्री गार्डन की साइड से प्रवेश करेंगे। यहां से चारधाम मंदिर पानी की टंकी वाले मार्ग से रूद्र सागर के किनारे किनारे त्रिवेणी संग्रहालय की ओर जायेंगे। त्रिवेणी संग्रहालय पानी की टंकी, नंदी मंडपम से महाकाल लोक होते हुए मानसरोवर भवन में प्रवेश कर फेसिलिटी सेंटर-1 से होकर कार्तिक मंडपम में प्रवेश करेंगे। दर्शनार्थी कार्तिक मण्डपम अथवा गणेश मण्डपम में बाबा महाकाल के दर्शन कर सकेंगे। दर्शन के बाद निर्गम द्वार होते हुए गेट नं.-4 अथवा 5 से बाहर की ओर प्रस्थान करेंगे।

सर्वाधिक दर्शनार्थी इंदौर रोड से उज्जैन की ओर आते हैं, बाकी देवास, बडऩगर, नागदा, आगर आदि मार्ग से उज्जैन पहुंचते हैं। दर्शनार्थियों के आगमन के रास्ते के अनुसार ही पार्किंग की व्यवस्था की गई है। उन्होंने बताया कि इंदौर, देवास, मक्सी की ओर से आने वाले श्रद्धालुओं को कर्कराज पार्किंग तक आना होगा।

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यहां गाड़ी पार्क करके वे कलोता समाज की धर्मशाला से आगे आकर गंगोत्री गार्डन के बगल से निकलकर चारधाम पार्किंग में पहुंचेंगे। इंदौर रोड से आने वाले यात्रियों के लिये मन्नत गार्डन की पार्किंग एवं देवास व मक्सी से आने वाले यात्रियों के लिए इंजीनियरिंग कॉलेज के साथ-साथ मन्नत गार्डन की पार्किंग का भी उपयोग किया जाएगा। बड़नगर नागदा की ओर से आने वाले यात्रियों के लिए मुल्लापुरा चौराहे पर आदिनाथ मंदिर एवं आश्रम के पास पार्किंग की व्यवस्था की गई है।

इंदौर रोड, देवास रोड, मक्सी रोड सहित सभी रास्तों से वाहन उज्जैन की ओर आ रहे हैं। इनमें महाराष्ट्र, गुजरात सहित प्रदेश के अलग-अलग शहरों के लोग हैं। ट्रैफिक इतना अधिक हैं कि पुलिस के इंतजाम करना भारी पड़ रहा है। सीहोर से आने वाले वाहन अधिक हैं।


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meena

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