लापरवाही की इंतहा...आदिवासी महिला को स्टॉफ ने नहीं किया एडमिट, रात भर दर्द से तड़पती रही, सुबह अस्पताल परिसर में ही हो गई डिलीवरी

5/23/2023 7:38:01 PM

खंडवा (निशात सिद्दीकी) : मध्यप्रदेश के खंडवा जिला अस्पताल में एक बार फिर लापरवाही देखने को मिली है। ग्रामीण क्षेत्र से पहुंची एक आदिवासी प्रसूता को यहां समय पर भर्ती नहीं किया गया। रातभर प्रसूता और परिजन कैंपस में रहे और डिलीवरी भी कैंपस में ही हो गई। जिसके बाद हल्ला मचने पर अस्पताल प्रबंधन ने प्रसूता और बच्चे को भर्ती किया। परिजन ने अस्पताल प्रबंधन पर आरोप लगाते हुए कहा कि हमें रात भर भटकाते रहे। वहीं, जिम्मेदार अब इस पूरे मामले में जांच की बात कह रहे हैं।

खंडवा डोंगरी गांव से प्रसूता छाया  रात में जिला अस्पताल पहुंची यहां परिजन ने अस्पताल में भर्ती करने के लिए पर्ची कटवाई। लेकिन, फिर भी उन्हें भर्ती नहीं किया गया। परिजन ने कहा कि हम दो से तीन बार गए, लेकिन हमें कहा कि अभी बाहर ही घूमो, बाद में भर्ती करेंगे। पूरी रात प्रसूता ने परिजन के साथ अस्पताल कैंपस में ही गुजारी। और सुबह लगभग 6 बजे अस्पताल परिसर में ही उसकी डिलीवरी हो गई। अस्पताल परिसर में डिलीवरी होने के बाद जब हल्ला मचा तो अस्पताल प्रबंधन ने आनन-फानन जच्चा और बच्चा को तुरंत अस्पताल में भर्ती किया।

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पीड़ित महिला के पति रितेश और अन्य परिजन परेशान होते रहे। रात 10 से 11 बजे अस्पताल में आने के बावजूद सुबह 5 बजे तक डिलीवरी होने तक इनकी सुध नहीं ली गई। छाया ने यहां बेटे को जन्म दिया है। जिसे डॉक्टर्स की निगरानी में एसएनसीयू में रखा गया है। पीड़ित महिला छाया ने बताया कि वह 11:00 बजे जिला अस्पताल में भर्ती होने पहुंच गई थी लेकिन उसे भर्ती नहीं किया गया और उससे बाहर घूमने का कहा गया। रात भर ड्यूटी पर तैनात डॉक्टर और नर्सों से गुहार लगाती रही लेकिन उसकी एक न सुनी गई सुबह अचानक से तेज दर्द हुआ और अस्पताल परिसर के बाहर ही उसकी डिलीवरी हो गई। पीड़ित महिला ने अस्पताल परिसर में बच्चे को जन्म दिया उसे भी अब अस्पताल के एसएनसीयू में भर्ती किया गया है। वही प्रसूता को भी अस्पताल में भर्ती कर इलाज किया जा रहा है।

पीड़ित महिला के पति रितेश ने बताया कि वह जब पर्ची बनाने गया तो उसे नाम गलत होने का हवाला देकर बार-बार बाहर भेज दिया गया। देर रात सही नाम की पर्ची बनवाने के बाद भी पीड़िता को अस्पताल में भर्ती नहीं किया गया और वह रात भर परेशान होते रहे। सुबह जब प्रसूता को अस्पताल परिसर में डिलीवरी हो गई तो अस्पताल प्रबंधन ने अपनी गलती को छुपाने के लिए तुरंत उन्हें अस्पताल में भर्ती कर लिया।

इस पूरे मामले में खंडवा के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. शरद हरणे ने जांच की बात कही है। उन्होंने कहा है कि इस तरह का मामला सामने आया है, जिसमें हम जांच करेंगे। पूरा स्टॉफ लापरवाह नहीं हो सकता। लेकिन, अगर लापरवाही सामने आती है तो कार्रवाई करेंगे।


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meena

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