लूटेरे लूट कर ले जा रहे है और बघेल सरकार सोई हुई है, बढ़ रहे अपराधों को लेकर भाजपा ने कांग्रेस को घेरा
2/28/2022 9:30:47 PM
रायपुर(सत्येंद्र शर्मा): राजधानी में पुलिस की लाख कोशिशों के बाद भी बेलगाम चाकूबाजों पर शिकंजा नहीं कसा जा सका है। शहर के पॉश इलाकों से लेकर आउटर की झुग्गी बस्तियों तक चाकूबाज बेखौफ होकर चाकू, नेल कटर, नुकीले और धारदार हथियार चलाकर बेगुनाहों का खून बहा रहे हैं। इसे रोकने पुलिस शाम को सड़कों पर चेकिंग अभियान भी चला रही, लेकिन पुलिस का खौफ चाकूबाजों में नजर नहीं आ रहा। चाकूबाजी को लेकर लेकर विपक्ष ने सरकार को आड़े हाथों लिया है और कहा है गृहमंत्री और गृह विभाग सोए हुए हैं प्रशासन व्यवस्था ठप्प है।
भाजपा ने साधा निशाना
प्रदेश में लगातार चाकूबाजी की घटनाएं घट रही है। इसको लेकर नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू पर हमला बोला है। कहा कि पूरे प्रदेश में आज कोई सुरक्षित नहीं है लगातार चाकूबाजी की घटनाएं हो रही है। कल कांग्रेस के कार्यालय के पास भी चाकू की घटना हुई थी। कहा कि गृह मंत्री और गृह विभाग सोए हुए हैं समझ नहीं आता क्या कर रहे हैं? यह जनता को मालूम ही नहीं है वास्तव में प्रदेश में कानून व्यवस्था खत्म हो गई है। अपराधियों का मनोबल इस कदर बढ़ा हुआ है कि जब चाहे तब चाकूबाजी कर रहे हैं यह कांग्रेस की सरकार घोर निद्रा में सोई है इसे के जगाने की जरूरत है। पूरे प्रदेश में जिस तरह से अराजकता की स्थिति उत्पन्न हो रही है। इसके लिए दोषी है तो कांग्रेस की सरकार है। अगर इसी प्रकार की स्थिति छत्तीसगढ़ में रही तो कोई भी आदमी छत्तीसगढ़ का सुरक्षित नहीं है और कहा कि लुटेरे लूट के ले जाएगे और यह सरकार घोर निद्रा में सोती रहेगी।
कांग्रेस का पलटवार
वहीं कांग्रेस संचार प्रमुख सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि बड़े पद पर बैठे यह लोग 1- 2 घटनाओं के आधार पर पूरे प्रदेश की कानून व्यवस्था पर सवाल खड़ा कर रहे है। यह दुर्भाग्यपूर्ण है कहा कि हमारी सरकार ने छत्तीसगढ़ में नागरिकों के लिए भय मुक्त जीवन देने का पूरा प्रयास किया है। राज्य में अपराधों की संख्या कम हुई है। कहा कि एनसीआरबी के आंकड़े बताते हैं कि महिलाओं की सुरक्षा के लिए छत्तीसगढ़ सबसे सुरक्षित राज्यों में से एक है। छत्तीसगढ़ में लूट हत्या जैसे अपराधों में कमी हुई है। छत्तीसगढ़ नक्सलवाद में कुख्यात था विख्यात था। उस में 57% की कमी आई है। आंकड़े बताते हैं कि छत्तीसगढ़ में अपराध के ग्राफ में कमी आएगी घटना विशेष के आधार पर पूरे प्रदेश की कानून व्यवस्था पर सवाल उठाना निंदनीय है।