छिंदवाड़ा में वन अमले को तस्करों ने दिया चकमा, कार्यालय परिसर में खड़े सागौन से भरे जब्त वाहन को लेकर हुए रफूचक्कर
Monday, Mar 31, 2025-04:46 PM (IST)

छिंदवाड़ा। (साहुल सिंह): वन और वन्य जीवों की सुरक्षा उनके संरक्षण का महत्वपूर्ण कार्य वन विभाग को होता है। सरकार हर वर्ष बकयादा इसके लिए करोड़ों का बजट स्वीकृत भी करती है। लेकिन सरकार की मंशा के विपरीत वन विभाग के अधिकारी कर्मचारी घरों और कार्यालय में बैठकर जंगल और जंगली जानवरों की सुरक्षा कर रहे हैं। दरअसल एक ऐसा ही मामला दक्षिण वन मंडल के अंतर्गत लावाघोगरी रेंज के मोहखेड़ सर्किल से सामने आया है। जहां रविवार को दोपहर 2 बजे के आसपास ग्राम देवगढ़ में एक वाहन (अशोक लीलैंड ) जिस में भारी मात्रा सागौन की सिल्ली और दो सागौन के पल्ले भर कर उन्हें ठिकाने लगाने की फिराक में था। जब इसकी सूचना वन विभाग के कर्मचारियों को लगी तो वन कर्मियों ने वाहन का पीछा किया। जैसे-तैसे वन कर्मचारियों ने वाहन को पीछा कर उसे मोहखेड़ सर्किल के डिप्टी रेंजर के कार्यालय में खड़ा किया गया।
जैसे ही वन कर्मचारी जब्ती कार्यवाही शुरू करते उसके पहले ही तस्करों ने वन विभाग को चकमा देकर सागौन से भरे वाहन को लेकर रफूचक्कर हो गए। इससे आप अंदाजा लगा सकते हो की वन विभाग के अधिकारी-कर्मचारी अपने कर्तव्यों को लेकर कितने सतर्क सजग हैं। इस पूरी घटना की सूचना पंजाब केसरी टीम को विश्वसनीय सूत्रो से मिली थी। जब इस मामले की पूरी हकीकत के लिए मोहखेड़ सर्किल में पदस्थ डिप्टी रेंजर सरिता भालावी से बात की गई तो उन्होंने कहा कि में दो दिनों से बाहर हूँ। मामले में उन्होंने कहा कि हां कल यानी रविवार को वन अमले को चकमा देकर सागौन से भरे वाहन को लेकर बदमाश भाग गए है। वाहन में कितनी मात्रा में सागौन की सिल्लियां भरी थी इसकी जानकारी नही है। पहुंचकर जानकारी देती हूं। यह पूरी बातचीत का ऑडियो हमारे पास सुरक्षित है।
इस मामले पर डीएफओ दक्षिण एल के वासनिक का कहना है कि मुझे इस मामले की जानकारी नही है। यदि ऐसा हुआ है तो इसकी पूरी जानकारी लेकर सम्बंधित अधिकारी - कर्मचारी पर विधिवत कार्रवाई की जाएगी।