मैडम कुछ करो, नहीं तो जान दे दूंगी! तहसीलदार के पैर पकड़ फूट-फूटकर रोई आदिवासी महिला, जमीन पर कब्जे से परेशान

Sunday, Nov 09, 2025-02:52 PM (IST)

श्योपुर। प्रशासन की उदासीनता और अन्याय के खिलाफ शनिवार को कराहल तहसील मुख्यालय में इंसाफ की एक दर्दनाक तस्वीर सामने आई। अपनी पुश्तैनी जमीन पर कब्जे से त्रस्त एक आदिवासी महिला सावित्री बाई आदिवासी ने तहसीलदार रौशनी शेख के सामने रोते हुए उनके पैर पकड़ लिए और गुहार लगाई — मैडम कुछ करो, नहीं तो हम जान दे देंगे।” यह दृश्य न सिर्फ प्रशासन की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाता है बल्कि आमजन की बेबसी की सच्ची झलक दिखाता है।

सावित्री बाई का कहना है कि खिरखिरी गांव में सर्वे नंबर 645/3 की 3.1350 हेक्टेयर जमीन उनकी पुश्तैनी संपत्ति है। लेकिन गांव के कुछ दबंगों ने उनकी टपरिया तोड़ दी और रातों-रात जमीन पर अवैध निर्माण शुरू कर दिया। शिकायत करने के बावजूद पुलिस और प्रशासन ने आठ दिनों तक कोई कार्रवाई नहीं की।

शनिवार को जब दबंगों का कब्जा जारी रहा, तो महिला अपनी बहू के साथ तहसील पहुंचीं और वहीं फूट-फूटकर रो पड़ीं। वीडियो में वे तहसीलदार के पैर पकड़ कर कहती हैं — अब तो आप ही आखिरी उम्मीद हैं, वरना हम मर जाएंगे।

घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। स्थानीय लोग भी प्रशासन से त्वरित कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।

वहीं तहसीलदार रौशनी शेख ने कहा — आवेदन मिला है, पटवारी और आरआई को मौके पर भेजकर जांच कराई जाएगी।


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Content Editor

Himansh sharma

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