अब फेंकू, पप्पू, चोर, बंटाढार, मामू नहीं बोल पाएंगे विधायक, MP विधानसभा में इन शब्दों पर लगा बैन?
8/8/2021 6:05:19 PM
भोपाल (इजहार हसन खान): मध्य प्रदेश विधानसभा में शब्दों की मर्यादा को लेकर नई गाइडलाइन जारी की गई है। जिसको लेकर असंसदीय शब्द एवं वाक्यांश संग्रह पुस्तक का विमोचन किया गया है। जिसमें बताया गया है कि 1161 ऐसे शब्द हैं जिनका उपयोग विधानसभा में नहीं किया जाना चाहिए। विधानसभा अध्यक्ष गिरीश गौतम ने पुस्तक का विमोचन किया है। इस दौरान CM शिवराजसिंह चौहान, नेता प्रतिपक्ष कमलनाथ मौके पर मौजूद रहे।
कौन से हैं वो शब्द...
मध्यप्रदेश विधानसभा ने 1954 से लेकर अब तक बोले गए 1161 शब्दों को असंसदीय घोषित किया है। उन शब्दों में फेंकू, पप्पू, चोर, उचक्का, 420, बकवास, भ्रष्ट, लफंगा, फर्जी बात, फर्जी जवाब, शर्म करो, दादा गिरी नहीं चलेगी जैसे शब्द शामिल हैं। इन शब्दों के लिए जारी की गई पुस्तक का स्वागत सबसे पहले सीएम शिवराज और नेता प्रतिपक्ष कमलनाथ ने किया।
पुस्तक के विमोचन पर क्यो बोले CM शिवराज...
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि कॉलेज के छात्र भी सत्र की कार्रवाई देखने आते हैं। ऐसे ही एक बार जब कई छात्र विधानसभा की कार्रवाई देखने आए औऱ उन्हें मैंने अपने कक्ष में बुलाकर पूछा की आपको कैसा लग रहा है, तो उनका कहना था कि हम कुछ सीखने आए थे, लेकिन हमें तो यहां पर मछली बाजार जैसा लगा। शिवराज ने कहा कि कई बार विधायक सदन में ऐसी बातें बोल जाते हैं जो कि सही नहीं होती।
क्या बोले कमलनाथ? ..
कमलनाथ ने कहा कि ‘अंबेडकर जी ने संविधान समर्पित किया था। जिसका मतलब था की हम दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र हैं। प्रजातंत्र की नींव लोकसभा और विधानसभा है। हम सभी ससंदीय प्रथा के रक्षक हैं। फिर ये असंसदीय प्रथा कैसे बढ़ती है। आज ये पुस्तक निकालनी पड़ रही है। मैं विधायकों की बुराई नहीं कर रहा लेकिन जनता ये तो सोचती ही होगी। इसलिए देश की संस्कृति को बचाए रखना सदन की जिम्मेदारी है।