8 रुपए के कमीशन में बच्चों की जान बेच दी! छिंदवाड़ा कफ सिरप कांड में डॉक्टर का चौंकाने वाला खुलासा, कोल्ड्रिफ सिरप लिखने में होता था फायदा

Wednesday, Oct 15, 2025-01:04 PM (IST)

छिंदवाड़ा: मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा जिले में हुए कफ सिरप कांड ने पूरे प्रदेश को झकझोर कर रख दिया है। जांच में अब चौंकाने वाला खुलासा हुआ है कि डॉ. प्रवीण सोनी बच्चों को जहरीला कफ सिरप सिर्फ 8 रुपए के कमीशन के लालच में देते थे। डॉक्टर ने खुद अपने मेमोरेंडम बयान में कोर्ट के सामने यह बात स्वीकार की है।

10 प्रतिशत कमीशन के बदले मौत का सौदा
छिंदवाड़ा पुलिस की जांच में सामने आया है कि डॉक्टर को कोल्ड्रिफ कफ सिरप लिखने पर 10 प्रतिशत कमीशन दिया जाता था। यानी एक बोतल पर 8 रुपए, और इस लालच में मासूम बच्चों की जिंदगी खतरे में डाल दी गई।

परिवार की मिलीभगत भी आई सामने
जांच में यह भी खुलासा हुआ कि कई दवाइयां डॉक्टर की पत्नी ज्योति सोनी और भतीजे की मेडिकल दुकान से बेची जाती थीं। यानी डॉक्टर मरीजों को वही दवाइयां लिखते थे, जो उनके अपने मेडिकल स्टोर “अपना मेडिकल” से बिकती थीं। इससे परिवार को सीधे कमीशन का लाभ होता था।

कोर्ट ने जमानत याचिका खारिज की
कोर्ट ने डॉ. प्रवीण सोनी की जमानत याचिका खारिज कर दी है। मामले की गंभीरता को देखते हुए डॉक्टर को जेल भेजा गया है। पुलिस अब फार्मा कंपनियों और मेडिकल स्टोर की सप्लाई चेन की भी जांच कर रही है।

25 मासूमों की दर्दनाक मौत
गौरतलब है कि छिंदवाड़ा के परासिया सिविल अस्पताल में शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. प्रवीण सोनी अपने निजी क्लीनिक से भी इलाज करते थे। उन्होंने कई बच्चों को ऐसा कफ सिरप (कोल्ड्रिफ) दिया, जिसके सेवन के बाद बच्चों में तेज बुखार, पेशाब में कठिनाई और किडनी फेलियर जैसी समस्याएं हुईं।
अब तक 25 बच्चों की मौत की पुष्टि हो चुकी है।

जांच में क्या सामने आया

  • डॉक्टर को हर कफ सिरप की बोतल पर 8 रुपए कमीशन
  • दवाइयां पत्नी और भतीजे की मेडिकल दुकान से बेची जाती थीं
  • मासूमों की किडनी फेल होने से मौत
  • कोर्ट ने डॉक्टर की जमानत याचिका खारिज की
  • प्रशासन अब फार्मा कंपनी तक की जांच में जुटा है

प्रशासन की सख्त कार्रवाई
छिंदवाड़ा प्रशासन ने मामले को “जनस्वास्थ्य से जुड़ा आपराधिक कृत्य” मानते हुए डॉक्टर की लाइसेंस निरस्तीकरण प्रक्रिया शुरू कर दी है। वहीं स्वास्थ्य विभाग ने जिलेभर में सभी निजी क्लीनिकों की दवाओं की जांच के आदेश जारी किए हैं।


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Content Writer

Vikas Tiwari

Related News