उज्जैन में हरिहर मिलन: बाबा महाकाल ने भगवान विष्णु को सौंपा सृष्टि का भार
Tuesday, Nov 04, 2025-02:14 PM (IST)
उज्जैन (विशाल सिंह) : उज्जैन में वैकुण्ठ चतुर्दशी की पावन रात्रि पर भगवान हर (महाकालेश्वर) और हरि (गोपाल कृष्ण) का अद्भुत मिलन देखने को मिला। सोमवार रात 11 बजे महाकालेश्वर मंदिर से भगवान महाकाल की भव्य सवारी गोपाल मंदिर के लिए निकली। महाकाल चौराहा, गुदरी बाजार और पटनी बाजार होते हुए सवारी जब गोपाल मंदिर पहुंची, तो आतिशबाजी और जयकारों से पूरा उज्जैन गूंज उठा। श्रद्धालुओं ने सड़कों पर पुष्प बिछाकर भगवान का स्वागत किया।

हरिहर मिलन के इस अवसर पर भगवान शिव ने सृष्टि का भार भगवान विष्णु को सौंपा। परंपरा के अनुसार, पूजन और मंत्रोच्चार के बीच बिल्वपत्र की माला भगवान विष्णु को और तुलसी की माला भगवान शिव को पहनाई गई। इस अद्भुत रस्म के साथ देव सत्ता का हस्तांतरण संपन्न हुआ। मान्यता है कि इस दिन भगवान शिव चार महीने के लिए हिमालय पर तपस्या हेतु प्रस्थान करते हैं और सृष्टि की बागडोर भगवान विष्णु संभालते हैं।

कार्यक्रम में उज्जैन कलेक्टर रोशन सिंह और महाकाल मंदिर प्रशासक प्रथम कौशिक मौजूद रहे। प्रशासन ने सुरक्षा के कड़े इंतज़ाम किए थे और हिंगोट आतिशबाजी पर रोक लगाई गई थी। पौराणिक मान्यता के अनुसार, देवशयनी एकादशी से देवउठनी एकादशी तक भगवान विष्णु पाताल लोक में राजा बली के यहां विश्राम करते हैं, इस दौरान सृष्टि की जिम्मेदारी भगवान शिव संभालते हैं। देवउठनी एकादशी की पूर्व संध्या पर होने वाला यह हरिहर मिलन वर्ष में केवल एक बार देखने को मिलता है, जो श्रद्धा, परंपरा और आस्था का अनोखा संगम है।

