दो फाड़ हुई MP कांग्रेस! नियुक्तियों को लेकर बढ़ी तकरार, जीतू पटवारी को हरीश चौधरी ने दे डाली हिदायत
Friday, Nov 28, 2025-02:25 PM (IST)
भोपाल: मध्य प्रदेश कांग्रेस में संगठनात्मक नियुक्तियों को लेकर गहरा विवाद खुलकर सामने आ गया है। प्रदेश प्रभारी हरीश चौधरी द्वारा भेजे गए एक पत्र ने पार्टी मुख्यालय में हड़कंप मचा दिया है। कई ऐसे नेताओं को, जिन्हें अभी-अभी संगठन मंत्री बनने की बधाइयां मिल रही थीं, अचानक निराशा का सामना करना पड़ा।
पार्टी के अंदरूनी सूत्रों के अनुसार, यह पूरा मामला संगठन चलाने की शक्ति और अधिकार से जुड़ा है। बताया जा रहा है कि हरीश चौधरी चाहते हैं कि किसी भी नियुक्ति से पहले उनकी सहमति अनिवार्य हो, जबकि प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी का मानना है कि अध्यक्ष होने के नाते संगठन संचालन का पूरा अधिकार उन्हीं के पास है।
यह खींचतान अब इतनी बढ़ गई है कि गुस्से में आकर हरीश चौधरी ने तुरंत सभी नई नियुक्तियों को रद्द कर दिया. साथ ही उन्होंने प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी को एक सख्त पत्र लिखा। पत्र में साफ-साफ लिखा है – “अब से कोई भी नियुक्ति मेरी लिखित अनुमति के बिना नहीं होगी। बिना मेरे परामर्श के की गई सारी नियुक्तियां अवैध हैं और तुरंत प्रभाव से रद्द की जाती हैं।”
'बिना मेरी अनुमति के नियुक्तियां ना हो...' PCC प्रभारी ने दी थी हिदायत
हालांकि इससे पहले प्रदेश प्रभारी हरीश चौधरी ने PCC अध्यक्ष जीतू पटवारी को एक पत्र लिखा था। उन्होंने PCC चीफ जीतू पटवारी को पत्र लिखते हुए हिदायत दी था कि उनकी अनुमति के बिना किसी की भी नियुक्ति नहीं होनी चाहिए। पार्टी के कई नेताओं ने इसे “अहंकार का टकराव” बताया है, जबकि कुछ इसे अनुशासन की जीत कह रहे हैं। धरातल पर कार्यकर्ताओं में भी इस विवाद को लेकर निराशा देखी जा रही है। एक कार्यकर्ता ने कहा “ऊपर वाले आपस में लड़ रहे हैं, नीचे कार्यकर्ता मायूस हो रहे हैं। 2028 के चुनाव से पहले ही पार्टी दो टुकड़ों में बंटती दिख रही है।” अब सबकी नज़र इस पर टिक गई है कि जीतू पटवारी इस पत्र का क्या जवाब देते हैं-क्या वे प्रभारी के सामने झुकेंगे, या दिल्ली जाकर अपनी बात मनवाएंगे? फिलहाल, मध्य प्रदेश कांग्रेस में सन्नाटा और तनाव दोनों गहराए हुए हैं।

