अब इस बड़े मामले में चौतरफा घिरे BJP विधायक संजय पाठक, बड़ा फर्जीवाड़ा हुआ उजागर

Thursday, Sep 25, 2025-12:57 PM (IST)

भोपाल: सहारा भूमि खरीद मामले में घिरे विजयराघवगढ़ से भाजपा विधायक संजय पाठक एक बार फिर विवादों में हैं। इस बार उनकी फर्म नायशा देवबिल्ड पर संपत्ति पंजीयन के दौरान स्टाम्प ड्यूटी चोरी का बड़ा आरोप लगा है। जांच में गड़बड़ी उजागर होने के बाद कलेक्टर ऑफ स्टाम्प ने 2 करोड़ 18 लाख 81 हजार रुपए की ड्यूटी और पेनल्टी का आदेश जारी किया है। फर्म ने फिलहाल 54.70 लाख रुपए जमा कर दिए हैं, लेकिन आदेश के खिलाफ अपर कमिश्नर कार्यालय में अपील भी की है।


कैसे हुआ फर्जीवाड़ा
दरअसल गोरखपुर तहसील के छीतापार (तेवर) में स्थित 8.68 हेक्टेयर भूमि खरीदी गई थी। विक्रय मुंबई निवासी तापस कुमार बसाक ने अखिलेश रियल एंड डेवलपर्स प्रा. लि. के नाम से किया। खरीदार नायशा देवबिल्ड की ओर से सिहोरा निवासी अमित मिश्रा थे। 20 अप्रैल 2023 को हुई रजिस्ट्री में जमीन की कीमत 6.50 करोड़ दिखाई गई। लेकिन जांच में पता चला कि भूमि शहरी सीमा और NH-12 से लगी हुई है, जिसका वास्तविक बाजार मूल्य 19.62 करोड़ आंका गया।

समिति की जांच में खुलासा 
समिति ने पाया कि क्रेता फर्म ने जानबूझकर ग्राम छीतापार के आधार दस्तावेज बनाए ताकि कम दर पर स्टाम्प शुल्क जमा हो। इससे शासन को बड़े पैमाने पर राजस्व नुकसान हुआ। कलेक्टर ऑफ स्टाम्प डॉ. पवन अहिरवाल ने आदेश जारी कर शेष 1.17 करोड़ मुद्रांक शुल्क, 37.23 लाख पंजीयन शुल्क और 63.67 लाख पेनल्टी वसूलने को कहा।

 

विधायक परिवार की हिस्सेदारी 
नायशा देवबिल्ड फर्म में विधायक संजय पाठक की मां निर्मला पाठक और बेटे यश पाठक की हिस्सेदारी है। फर्म पहले भी विवादों में रही है। अब स्टाम्प ड्यूटी चोरी का मामला सामने आने से पाठक की मुश्किलें और बढ़ सकती हैं। हाल ही में सहारा समूह की संपत्तियों की खरीद मामले में आर्थिक अपराध शाखा की जांच के दौरान हाईकोर्ट के जज से संपर्क करने की बात सामने आई थी। इसी आधार पर जज विशाल मिश्रा ने खुद को केस से अलग कर लिया था।


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Content Writer

Vikas Tiwari

Related News