प्रॉपर्टी के लिए रिश्तों का कत्ल ! बेटे ने पिता को जंगल में ले जाकर कुल्हाड़ी से काटा, फिर गुमशुदगी का किया ड्रामा
Tuesday, Sep 09, 2025-08:49 PM (IST)

शिवपुरी : कहते हैं जमीन जायदाद और पैसा मजबूत से मजबूत रिश्ता तोड़ देता है, लेकिन मध्य प्रदेश के शिवपुरी जिले में तो हद ही हो गई। जहां एक बेटे ने प्रॉपर्टी के लिए अपने जन्मदाता को ही धोखे से मौत के घाट उतार दिया। बेटे ने बड़ी चालाकी से पिता को खजाने और दुर्लभ कछुए का लालच देकर जंगल बुलाया और फिर बहनोई के साथ मिलकर कुल्हाड़ी से ताबड़तोड़ वार कर पिता की हत्या कर दी।
खजाने का झांसा और अंधविश्वास का खेल
मृतक की पहचान 50 वर्षीय इमरतलाल कुशवाहा के रूप में हुई है। वह पोहा गांव के रहने वाले थे। पुलिस जांच में खुलासा हुआ कि इमरतलाल अंधविश्वासी स्वभाव के थे। इसी कमजोरी का फायदा उठाते हुए उनके दामाद अंकित ने उन्हें जंगल में बुलाया। कहा गया कि यहां 20 नाखूनों वाला दुर्लभ कछुआ और खजाना मिलेगा।
शराब पिलाकर कुल्हाड़ी से हमला
2 सितंबर की रात गोलखंड दरगाह के पास आरोपी बेटे घनसुंदर और उसके बहनोई अंकित ने पहले इमरतलाल को शराब पिलाई। जैसे ही वे नशे में धुत्त हुए, दोनों ने कुल्हाड़ी से उन पर हमला कर दिया। वारदात के बाद शव को वहीं फेंक दिया गया।
गुमशुदगी का नाटक और पुलिस को गुमराह करने की कोशिश
हैरानी की बात तो यह है कि गुमशुदगी की रिपोर्ट खुद बेटे ने ही दर्ज कराई थी। उसने रिश्तेदारों पर शक जताकर पुलिस को गुमराह करने की कोशिश की। लेकिन तकनीकी सबूत, CCTV फुटेज और पूछताछ ने पूरे राज़ से पर्दा हटा दिया।
असली वजह: जमीन का विवाद
पुलिस का कहना है कि असल वजह जमीन का विवाद था। इमरतलाल अपनी संपत्ति बेटे घनसुंदर को देने के लिए तैयार नहीं थे। इस बात से नाराज होकर बेटे ने अपने बहनोई के साथ मिलकर पिता की हत्या की साजिश रची और उसे अंजाम दे दिया।
जीजा-साले गिरफ्तार, कुल्हाड़ी बरामद
पुलिस ने घनसुंदर और अंकित दोनों को गिरफ्तार कर लिया है। हत्या में इस्तेमाल कुल्हाड़ी और दो मोटरसाइकिलें भी जब्त कर ली गई हैं। आरोपियों पर भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 61(2) और 238 के तहत मामला दर्ज किया गया है।