शिक्षक भर्ती को लेकर छत्तीसगढ़ में बवाल, युवाओं ने कहा- 57 हज़ार का वादा, 5 हज़ार पर सौदा
Tuesday, Oct 28, 2025-03:37 PM (IST)
दुर्ग (हेमंत पाल) : छत्तीसगढ़ में शिक्षक भर्ती को लेकर सियासत गर्मा गई है। राज्य सरकार द्वारा हाल ही में केवल 5,000 शिक्षकों की भर्ती की घोषणा के बाद बेरोजगार अभ्यर्थियों और शिक्षक भर्ती साझा मंच ने इसे “धोखा और छलावा बताते हुए ज़ोरदार विरोध शुरू कर दिया है।
मंत्री के घर के बाहर प्रदर्शन, गूंजे नारे
सोमवार को साझा मंच की प्रांतीय समिति के सैकड़ों सदस्य शिक्षा मंत्री गजेंद्र यादव के दुर्ग स्थित निवास का घेराव करने पहुंचे। हाथों में तख्तियां और नारों से गूंजते माहौल में युवाओं ने सरकार से सवाल किया
कहां गई मोदी की गारंटी? 57 हज़ार वादा था, 5 हज़ार क्यों?
विरोध के दौरान सुरक्षा व्यवस्था कड़ी रखी गई। मंत्री गजेंद्र यादव बिहार विधानसभा चुनाव प्रचार में व्यस्त होने के कारण अपने निवास पर मौजूद नहीं थे, लेकिन प्रदर्शनकारियों ने ज्ञापन सौंपकर चेतावनी दी कि यदि मांगें नहीं मानी गईं तो आंदोलन को और व्यापक किया जाएगा।

कांग्रेस ने भी साधा निशाना
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज ने भी राज्य सरकार और केंद्र दोनों को कठघरे में खड़ा किया। उन्होंने कहा, यह बेरोजगार युवाओं के साथ खुला धोखा है। चुनाव के समय बड़े-बड़े वादे किए गए, लेकिन अब सिर्फ दिखावा किया जा रहा है। बैज ने कहा कि शिक्षा जैसे संवेदनशील क्षेत्र में इतनी कम भर्ती राज्य की शिक्षा व्यवस्था के साथ खिलवाड़ है।
शिक्षा व्यवस्था चरमराई, 10 हज़ार स्कूल बंद करने की तैयारी
प्रदर्शनकारी युवाओं ने अपने मांग पत्र में कहा कि राज्य की शिक्षा व्यवस्था पहले से ही संकट में है। हजारों स्कूल ऐसे हैं जहां शिक्षक ही नहीं हैं। एक-एक शिक्षक को तीन-तीन कक्षाओं की जिम्मेदारी दी गई है। बच्चे गुणवत्तापूर्ण शिक्षा से वंचित हैं।
उन्होंने युक्तियुक्तकरण नीति की भी कड़ी आलोचना की। मंच का आरोप है कि इस नीति के नाम पर 10,463 स्कूलों को बंद करने और 44,000 से अधिक शिक्षकीय पदों को समाप्त करने की योजना बनाई जा रही है, जिससे शिक्षा का भविष्य अंधकार में जा सकता है।

