गृह मंत्री के निवास पर भारी बवाल, पुलिस भर्ती को लेकर अभ्यर्थियों ने किया घर का घेराव
Sunday, Dec 21, 2025-09:28 PM (IST)
रायपुर (पुष्पेंद्र सिंह): छतीसगढ़ के गृह मंत्री विजय शर्मा के निवास पर भारी बवाल हुआ है। राजधानी रायपुर में पुलिस आरक्षक भर्ती को लेकर अभ्यर्थियों का गुस्सा खुलकर सड़कों पर नजर आया। बड़ी संख्या में अभ्यर्थी एकजुट होकर गृह मंत्री विजय शर्मा के निवास पहुंचे और भर्ती प्रक्रिया में कथित अनियमितताओं को लेकर जमकर प्रदर्शन किया। इस दौरान पूरे इलाके में तनाव का माहौल रहा और पुलिस बल को अतिरिक्त सतर्कता बरतनी पड़ी।

पुलिस भर्ती प्रक्रिया में पारदर्शिता की कमी का आरोप
प्रदर्शन कर रहे अभ्यर्थियों का कहना था कि पुलिस भर्ती प्रक्रिया में पारदर्शिता की कमी है और कई बिंदुओं पर संदेह बना हुआ है। अभ्यर्थी अपनी मांगों और शंकाओं को सीधे सरकार तक पहुंचाने के उद्देश्य से गृह मंत्री के निवास का घेराव करने पहुंचे थे। घेराव के दौरान स्थिति तब और गंभीर हो गई जब अभ्यर्थी नारेबाजी करते हुए भर्ती प्रक्रिया की निष्पक्ष जांच की मांग करने लगे।

मौके पर पहुंचे एसआई अभ्यर्थियों और अधिकारियों से बातचीत के बाद गृह मंत्री विजय शर्मा ने स्थिति को शांत करने का प्रयास किया। उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा कि पिछले तीन दिनों से लगातार संबंधित पक्षों की बात सुनी जा रही है और अब तक ऐसा कोई ठोस विषय सामने नहीं आया है, जिससे यह साबित हो कि भर्ती प्रक्रिया में कोई गंभीर गड़बड़ी हुई है।उन्होंने यह भी भरोसा दिलाया कि यदि किसी भी स्तर पर नियमों के विरुद्ध कोई गलती पाई जाती है, तो उस पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
पिछली सरकार के कार्यकाल में पुलिस भर्ती नहीं हुई- विजय शर्मा
गृह मंत्री ने पूर्ववर्ती सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि पिछली सरकार के कार्यकाल में पुलिस भर्ती नहीं की गई थी, जबकि वर्तमान सरकार न केवल पुलिस भर्ती कर रही है, बल्कि आने वाले समय में और भी नई वैकेंसियां निकालने की तैयारी में है। उन्होंने कहा कि सरकार युवाओं के भविष्य के प्रति गंभीर है और किसी के साथ अन्याय नहीं होने दिया जाएगा।
हालांकि, पूरे घटनाक्रम के दौरान एक रोचक और चौंकाने वाली स्थिति तब सामने आई, जब मौके पर मौजूद मीडिया कर्मियों ने अभ्यर्थियों से उनका पक्ष जानने की कोशिश की, लेकिन सभी अभ्यर्थियों ने मीडिया से बातचीत करने से साफ इनकार कर दिया। इससे कई सवाल खड़े हो गए कि आखिर अभ्यर्थी किन बिंदुओं पर असंतुष्ट हैं और वे सार्वजनिक रूप से अपनी बात क्यों नहीं रखना चाहते।
फिलहाल पुलिस भर्ती को लेकर उठा यह मामला प्रदेशभर में चर्चा का विषय बना हुआ है। एक ओर सरकार पारदर्शिता और कार्रवाई का भरोसा दे रही है, वहीं दूसरी ओर अभ्यर्थियों का आक्रोश यह संकेत दे रहा है कि संतुष्टि अभी बाकी है। अब सबकी निगाहें सरकार के अगले कदम और संभावित निर्णय पर टिकी हुई हैं, जो इस पूरे विवाद की दिशा तय करेगा।

