चक्काजाम पर बैठे लोगों को मनाते मनाते थक गए पुलिस वाले! शिवराज सिंह की एक कॉल और बदल गया सीन
Monday, Nov 03, 2025-05:33 PM (IST)
            
            सीहोर (अमित शर्मा) : केंद्रीय मंत्री और पूर्व सीएम शिवराज मामा एक बार फिर से सुर्खियों में हैं। मामला है मध्य प्रदेश के सीहोर जिले की भैरूंदा तहसील का, जहां रविवार को हालात तब बिगड़ गए जब नाबालिग लड़की की गुमशुदगी को लेकर यदुवंशी समाज और परिजनों ने भोपाल-इंदौर राष्ट्रीय राजमार्ग पर चक्काजाम कर दिया। लोगों ने पुलिस की नाकामी को लेकर जमकर कोसा और नारेबाजी की। यह प्रदर्शन दोपहर 2 बजे शुरू हुआ और रात 9 बजे तक चला। करीब सात घंटे तक हाइवे पर यातायात पूरी तरह ठप रहा, जिससे आमजन को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा।

इसी बीच केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान की एक हीरो की तरह एंट्री हुई। उन्होंने मामले में दखल दिया और पुलिस महानिदेशक को फोन लगाया। उन्होंने 24 घंटे के भीतर लड़की की बरामदगी का आश्वासन दिलाया। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि शिवराज सिंह ने आश्वासन दिया है कि 24 घंटे के भीतर मामले को सुलझा लिया जाएगा। अगर ऐसा नहीं होता है तो शिवराज सिंह ने कहा है कि वे खुद आपके साथ प्रदर्शन में शामिल होंगे। इसके बाद देर रात प्रदर्शन समाप्त हुआ और हाइवे पर यातायात बहाल हुआ। फिलहाल इलाके में तनाव की स्थिति बनी हुई है, लेकिन पुलिस ने सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी है।

ये है पूरा मामला
जानकारी के मुताबिक, भादाकुई गांव की एक नाबालिग लड़की 24 अक्टूबर से लापता है। परिवार और समाजजनों का आरोप है कि पुलिस ने 25 अक्टूबर को देरी से मामला दर्ज किया और अब तक न तो आरोपी को पकड़ा गया है और न ही लड़की का कोई सुराग मिला है। इस लापरवाही के विरोध में यदुवंशी समाज के सैकड़ों लोग रविवार को सड़क पर उतर आए। देखते ही देखते सैकड़ों वाहन दोनों ओर फंस गए। बसें, ट्रक, निजी कारें और मालवाहक गाड़ियां घंटों तक जाम में खड़ी रहीं। महिलाओं, बच्चों और बुजुर्ग यात्रियों को भीषण दिक्कतों का सामना करना पड़ा। पुलिस ने ट्रैफिक को डायवर्ट करने की कोशिश की, लेकिन भीड़ के कारण हालात काबू में नहीं आए।

चक्काजाम के चलते भैरूंदा थाना प्रभारी, एसडीओपी, एसडीएम, तहसीलदार सहित पास कई थानों के थाना प्रभारी सहित दलबल के साथ मौके पर मौजूद रहे। उसके बावजूद भी धरने पर बैठे लोग नहीं माने जिसके चलते सीहोर एडिशनल एसपी भी देर शाम भैरूंदा पहुंची, उन्होंने परिजन व सामाजिक के लोंगो समझाइश देते हुए कहा कि हम 24 घंटे के अंदर लड़की को आप लोगों के समक्ष ले आएंगे, परंतु समाज के लोगों ने उनकी एक ना सुनी और कहा कि या तो 24 घंटे के अंदर लड़की को ढूंढकर लाएं या आरोपी का घर तोड़ने का काम करें। अन्यथा यादव समाज सड़क से उठने वाला नहीं है। जिसके चलते समाज के लोगों को समझने की बकायात चलती रही, पर समाज के लोग अपनी ही बातों पर अड़े रहे।

लोगों में पुलिस के खिलाफ नाराजगी इस कदर थी कि पुलिस विरोधी नारों के बीच प्रदर्शनकारियों ने सड़क पर बैठकर सामूहिक रूप से हनुमान चालीसा का पाठ किया। परिजनों और महिलाओं की आंखों में आंसू थे। सबका एक सुर में यही कहना था कि हमारी बेटी को ढूंढो और आरोपी के मकान पर बुलडोजर कार्रवाई हो। इस दौरान पुलिस अधिकारियों और प्रशासन ने बार-बार समझाइश दी, लेकिन प्रदर्शनकारी अपनी दो प्रमुख मांगों पर अड़े रहे।
इसी बीच केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मामले में हस्तक्षेप करते हुए पुलिस महानिदेशक से बात कर 24 घंटे के भीतर लड़की की बरामदगी का आश्वासन दिलाया। शिवराज सिंह की बात सुनकर प्रदर्शनकारियों ने देर रात प्रदर्शन समाप्त किया और हाइवे पर यातायात बहाल हुआ। फिलहाल इलाके में तनाव की स्थिति बनी हुई है, लेकिन पुलिस ने सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी है।

