SIR के साइड इफेक्ट! अफसर ने की कड़ाई तो BLO चक्कर खाकर गिरा, टीचर भी परेशान

Friday, Oct 31, 2025-07:23 PM (IST)

गुना (मिस्बाह नूर): मध्य प्रदेश में SIR यानी मतदाता गहन पुनरीक्षण को लेकर जहां सियासी घमासान छिड़ा हुआ है, वहीं इसके अधिकारी कर्मचारियों के ऊपर खासा असर देखने को मिल रहा है। या यूं कहो कि एसआईआर के साइड इफेक्ट सामने आने शुरु हो गए हैं। दरअसल, गुना जिले में शुक्रवार को पीजी कॉलेज में हुई बीएलओ (BLO) की बैठक अचानक विरोध और हंगामे में तब्दील हो गई। बैठक के दौरान एसडीएम (SDM) को अपनी परेशानी बता रहे एक बीएलओ अचेत होकर गिर पड़े, जिन्हें जिला अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा। इस घटनाक्रम से नाराज होकर लगभग एक सैकड़ा बीएलओ ने अंबेडकर चौराहे पर चक्काजाम कर दिया, जिन्हें तहसीलदार ने समझाइश दी और मामला शांत कराया।

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जानकारी सामने आई है कि एसआईआर (SIR) के कामकाज को लेकर पीजी कॉलेज में गुना ब्लॉक के बीएलओ की बैठक रखी गई थी। दो अलग-अलग शिफ्टों में ली गई बैठक का दूसरा दौर 1.30 बजे से हुआ। जिसमें गुना ब्लॉक के करीब 100 बीएलओ शामिल हुए। बताया जा रहा है कि बैठक के दौरान अधिकारी एसआईआर का काम जल्द से जल्द पूरा करने के निर्देश दे रहे थे। इसी दौरान ग्राम सोजना के शासकीय स्कूल में पदस्थ शिक्षक चंद्रप्रकाश भट्ट ने काम की जटिलताओं और अन्य परेशानियों का जिक्र करना शुरु कर दिया।

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बैठक में मौजूद बीएलओ का आरोप है कि एक अधिकारी ने बीएलओ भट्ट से कह दिया कि वे नेतागिरी न करें, अन्यथा टर्मिनेट कर दिया जाएगा। इस बात की पुष्टि जिला अस्पताल पहुंचे चंद्रप्रकाश भट्ट के पुत्र गौरव भट्ट ने भी की है। पहले से हृदय रोगी होने की वजह से चंद्रप्रकाश भट्ट की तबियत अचानक बिगड़ गई और अचेत होकर बैठक हॉल में गिर पड़े। हालांकि एसडीएम शिवानी पांडे ने मानवीयता दिखाते हुए बीएलओ को अपने वाहन से जिला अस्पताल पहुंचाया और उनके उपचार के निर्देश दिए। लेकिन बैठक में मौजूद अन्य बीएलओ इस बात से इतना नाराज हुए कि बैठक छोड़कर बाहर आ गए और अंबेडकर चौराहे पर पहुंचकर चक्काजाम करते हुए नारेबाजी शुरु कर दी।

इस मामले की जानकारी तहसीलदार गौरीशंकर बैरवा को मिली, वह तुरंत मौके पर पहुंचे और सबसे पहले चक्काजाम कर बीएलओ को समझाइश देकर उन्हें वहां से हटाया गया। इसके बाद बैरवा जिला अस्पताल पहुंचे और अस्वस्थ हो चुके बीएलओ चंद्रप्रकाश भट्ट का हालचाल जाना व डॉक्टरों से भी चर्चा की।

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बैठक में मौजूद बीएलओ चक्काजाम करने के बाद पीजी कॉलेज के सामने ही स्थित यूनिटी पार्क में जमा हो गए और विरोध जारी रखा। उनका कहना था कि जिला प्रशासन बीएलओ पर काम का अतिरिक्त बोझ डाल रहा है। उन्हें स्कूल के बाद शाम 4.30 बजे से एसआईआर करने के लिए कहा जा रहा है। अधिकांश शिक्षकों की ड्यूटी उनके घर से कई किलोमीटर दूर है, ऐसे में रोजाना स्कूल समय के बाद यह काम करना मुश्किल है। बीएलओ का काम संभाल रहे शिक्षकों ने एसडीएम से कहा था कि उन्हें एसआईआर के दौरान शैक्षणिक कार्य से मुक्त रखा जाए। इसी के चलते अधिकारी नाराज हो गए। बीएलओ ने यह भी दावा किया है कि अधिकारियों ने उनसे यहां तक कह दिया कि अगर वह काम नहीं करेंगे तो टर्मिनेट कर दिया जाएगा। बीएलओ ने इसे तानाशाही बताया और विरोध शुरु कर दिया है।


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meena

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