TI सुसाइड केस: महिला ASI कर रही थी ब्लैकमेल, इसलिए मारी खुद को गोली, महिला एएसआई पर तगड़ा एक्शन
Thursday, Oct 09, 2025-03:26 PM (IST)

इंदौर: मध्य प्रदेश के चर्चित टीआई हाकिम सिंह आत्महत्या कांड में सरकार ने बड़ा कदम उठाते हुए महिला एएसआई रंजना खोडे को विभाग से बर्खास्त कर दिया है। जांच रिपोर्ट में यह स्पष्ट हुआ कि रंजना ने टीआई हाकिम सिंह को लगातार ब्लैकमेल कर मानसिक रूप से प्रताड़ित किया, जिससे उन्होंने खुदकुशी जैसा कदम उठा लिया था।
जून 2022 की थी सनसनीखेज घटना
यह मामला जून 2022 का है, जब इंदौर के रीगल चौराहा स्थित पुलिस कंट्रोल रूम में पदस्थ टीआई हाकिम सिंह पंवार ने पहले एएसआई रंजना खोडे पर गोली चलाई और फिर खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली थी। गोली रंजना के कान के पास से छूकर निकल गई थी, जबकि हाकिम सिंह की मौके पर मौत हो गई थी। घटना के बाद पूरे पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया था।
जांच में रंजना की भूमिका संदिग्ध
घटना के बाद एसआईटी (Special Investigation Team) का गठन किया गया। शुरुआती जांच में रंजना की भूमिका संदिग्ध पाई गई और उनकी वेतनवृद्धि रोक दी गई थी। बाद में उन्होंने तबादला करवाकर धार जिले में पदस्थापना ले ली थी।
दूसरी जांच रिपोर्ट में ब्लैकमेलिंग की पुष्टि
इंदौर पुलिस कमिश्नर संतोष सिंह ने पहली रिपोर्ट से असहमति जताई और अतिरिक्त पुलिस कमिश्नर आर.के. सिंह को दोबारा जांच की जिम्मेदारी सौंपी। दूसरी जांच रिपोर्ट में साफ हुआ कि रंजना खोडे, टीआई हाकिम सिंह को व्यक्तिगत संबंधों के आधार पर ब्लैकमेल कर रही थीं, जिससे पुलिस विभाग की साख को ठेस पहुंची। रिपोर्ट के आधार पर राज्य शासन ने रंजना को सेवा से बर्खास्त करने का आदेश जारी किया।
केस का अंत, परिवार को मिला इंसाफ
घटना के बाद रंजना खोडे ने टीआई के खिलाफ हत्या के प्रयास का केस दर्ज कराया था, लेकिन कुछ ही दिनों बाद टीआई के परिवार ने रंजना पर ब्लैकमेलिंग के गंभीर आरोप लगाए। पुलिस ने जांच के बाद रंजना को गिरफ्तार भी किया, हालांकि एक सप्ताह बाद उन्हें जमानत मिल गई थी। अब सरकार द्वारा की गई नौकरी से बर्खास्तगी की कार्रवाई को इस बहुचर्चित केस का अंतिम अध्याय माना जा रहा है।