सीधी में वनकर्मी ने फांसी लगाकर की आत्महत्या, सुसाइड नोट में अफसरों पर लगाए आरोप, परिजनों ने शव रखकर किया चक्का जाम
Tuesday, Jul 01, 2025-08:03 PM (IST)

सीधी (सूरज शुक्ला) : सीधी जिले के वन विभाग में पदस्थ स्थाई कर्मचारी 45 वर्षीय राम सजीवन कुशवाहा ने मंगलवार को आत्महत्या कर ली। उनका शव जिला कोर्ट के पीछे स्थित वन विभाग क्वार्टर के पास एक पेड़ से लटकता हुआ पाया गया। जानकारी लगते ही पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया। मृतक की जेब से तीन पन्नों का सुसाइड नोट मिला है,जिसमें उन्होंने बीमारी, पारिवारिक तनाव और अफसरों की प्रताड़ना को आत्महत्या का कारण बताया।
सुसाइड नोट में मृतक ने लिखा– मेरे सीने में दर्द और पेशाब में जलन है, इलाज चल रहा है लेकिन सहन नहीं हो पा रहा। बेटी को ससुराल में परेशान किया जा रहा है, मैं मानसिक रूप से टूट गया हूं। कर्ज लिया है और उसका ब्याज तक नहीं चुका पा रहा। जो कमाई होती है वह भी ब्याज में चली जाती है। ऊपर से जेडी साहब लगातार परेशान कर रहे हैं।
परिवार का आरोप है कि राम सजीवन की पोस्टिंग मझौली में थी लेकिन उन्हें सीधी अटैच कर दिया गया। बीमार होने के बावजूद छुट्टी नहीं दी गई, उल्टा अनुपस्थित रहने पर कारण बताओ नोटिस थमा दिया गया। इससे वह तनाव में आ गए थे। पत्नी सुमित्रा कुशवाहा ने कहा, “बीमारी और नौकरी का दबाव उन्हें भीतर से खा रहा था। अधिकारियों ने भी कोई सहानुभूति नहीं दिखाई।”
इस मामले में जब डीएफओ राजेश कन्ना टी से बात की गई तो उन्होंने कहा, “राम सजीवन बिना सूचना के पांच दिन ड्यूटी से नदारद थे, इसलिए कारण बताओ पत्र जारी किया गया। यह एक प्रक्रिया थी। आत्महत्या की असली वजह पारिवारिक तनाव हो सकता है, वह खुद बताया करता था।” फिलहाल पुलिस मामला दर्ज कर जांच में जुट गई है। वहीं सुसाइड नोट में लगाए गए आरोपों की भी जांच की मांग की जा रही है।