झांकी में हुई चाकूबाजी से युवक की मौत, वायरल वीडियो के बाद हरकत में आई पुलिस, नाबालिग आरोपी गिरफ्तार

Tuesday, Sep 09, 2025-07:47 PM (IST)

खैरागढ़ (हेमंत पाल) : गणेश विसर्जन की उल्लासमयी रात खैरागढ़ शहर के लिए मातम में तब्दील हो गई, जब एक सांस्कृतिक झांकी के दौरान हुई चाकूबाजी की घटना में एक युवक की मौत हो गई। यह घटना 7 सितंबर की रात और 8 सितंबर की सुबह के बीच की है, जो अब शहरभर में चर्चा और गुस्से का विषय बनी हुई है।

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क्या हुआ था उस रात?

7 सितंबर की दरमियानी रात दाऊचौरा गणेशोत्सव समिति द्वारा आयोजित गणेश विसर्जन झांकी ईतवारी बाजार से गुजरते हुए सुबह 5 बजे के करीब सांस्कृतिक भवन के पास पहुंची। इस दौरान मोहल्ले का युवक दीपक यादव अन्य युवाओं के साथ नाच-गाना कर रहा था। भीड़ में माहौल पूरी तरह उत्सवमय था। तभी अचानक, पहले से घात लगाए बैठे एक नाबालिग युवक ने दीपक पर ताबड़तोड़ चाकू से हमला कर दिया।

प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, हमले के बाद दीपक लहूलुहान होकर वहीं गिर पड़ा, जबकि आरोपी भीड़ का फायदा उठाकर मौके से फरार हो गया। आनन-फानन में राहगीरों और आसपास के लोगों ने दीपक को सिविल अस्पताल, खैरागढ़ पहुँचाया, जहाँ इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।

वायरल वीडियो ने खोली सुरक्षा व्यवस्था की पोल

इस पूरी घटना का एक सीसीटीवी वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है, जिसमें साफ देखा जा सकता है कि घटना के समय मौके पर पुलिसकर्मी मौजूद थे, लेकिन उन्होंने कोई त्वरित कार्रवाई नहीं की। वे सिर्फ मूकदर्शक बनकर खड़े रहे, जबकि चाकूबाजी खुलेआम हो रही थी। इस फुटेज के सामने आने के बाद पुलिस की कार्यशैली और सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल उठने लगे हैं।

नाबालिग आरोपी गिरफ्तार, पुलिस पूछताछ में कबूला जुर्म

वायरल वीडियो और स्थानीय सूत्रों के इनपुट के आधार पर पुलिस ने तेजी से कार्रवाई करते हुए चाकूबाजी करने वाले नाबालिग आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। पूछताछ में आरोपी ने यह स्वीकार किया कि उसने दीपक यादव पर पुरानी रंजिश और व्यक्तिगत विवाद के चलते हमला किया था।

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सवालों के घेरे में पुलिस की भूमिका

हालांकि पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए आरोपी को पकड़ लिया है, परंतु इस पूरे मामले में घटना के समय वहाँ मौजूद पुलिसकर्मियों की निष्क्रियता को लेकर आम जनता में रोष व्याप्त है। लोगों का सवाल है कि जब पुलिस मौके पर थी, तो उन्होंने तुरंत हस्तक्षेप क्यों नहीं किया? क्या उनकी निष्क्रियता ही दीपक की मौत का कारण बनी?

सूत्रों के अनुसार, पुलिस विभाग अब इस बात की जांच कर रहा है कि ड्यूटी पर तैनात कर्मियों ने ऐसी गंभीर स्थिति में कोई तत्काल एक्शन क्यों नहीं लिया। यह भी देखा जा रहा है कि इस लापरवाही पर संबंधित पुलिसकर्मियों के खिलाफ कोई विभागीय कार्यवाही की जाएगी या नहीं।

स्थानीय प्रशासन की चुप्पी, जनता में असंतोष

घटना के बाद से ही स्थानीय प्रशासन और पुलिस अधिकारियों की चुप्पी ने जनता की नाराजगी को और भड़का दिया है। शहरवासी इस बात को लेकर चिंतित हैं कि यदि ऐसे सांस्कृतिक आयोजनों में भी खुलेआम चाकूबाजी होने लगे और पुलिस सिर्फ तमाशबीन बनी रहे, तो आम जनता की सुरक्षा कैसे सुनिश्चित की जाएगी?


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Content Writer

meena

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