राजाओं की समाधि बनी शौचालय, खैरागढ़ की ऐतिहासिक विरासत पर प्रशासन की चुप्पी
Saturday, Dec 20, 2025-01:36 PM (IST)
खैरागढ़। (हेमंत पाल): जिस खैरागढ़ रियासत को यहां के राजाओं ने विश्व पटल पर एक नई पहचान दिलाई, आज उन्हीं राजाओं की स्मृति से जुड़ा समाधि स्थल बदहाली का शिकार है। खैरागढ़ के इतिहास और सांस्कृतिक गौरव के प्रतीक रहे राजपरिवार की समाधि स्थल की स्थिति अत्यंत दयनीय हो चुकी है। समाधि स्थल परिसर में चारों ओर झाड़ियां उग आई हैं, कूड़े-कचरे का अंबार लगा हुआ है। स्थिति इतनी खराब है कि आमजन इस पवित्र स्थल का उपयोग खुले शौचालय के रूप में करने लगे हैं। इस स्थान की गरिमा और सुरक्षा दोनों पर सवाल खड़े हो रहे हैं।

खैरागढ़ के राजाओं ने अपने महल को दान देकर इंदिरा कला संगीत विश्वविद्यालय जैसी विश्वविख्यात संस्था की स्थापना किया। कला और संस्कृति को अंतरराष्ट्रीय पहचान दिलाने वाले उन्हीं राजाओं की समाधि स्थल आज अव्यवस्था का प्रतीक बन चुका है।
स्थानीय लोगों का कहना है कि न तो स्थानीय प्रशासन इस ऐतिहासिक धरोहर की सुध ले रहा है और न ही राजपरिवार की ओर से किसी प्रकार की नियमित देखरेख की जा रही है। देखभाल के अभाव में समाधि स्थल कचरा स्थल और शौचालय में तब्दील हो गया है, जो खैरागढ़ की सांस्कृतिक छवि को गहरी ठेस पहुंचा रहा है।

