''अली नहीं बजरंग बली'' पर मचा बवाल, अल्पसंख्यक मोर्चे के तीन पदाधिकारियों का इस्तीफा
Tuesday, Dec 04, 2018-11:38 AM (IST)
इंदौर: योगी आदित्यनाथ के बयान 'अली नहीं बजरंगबली की जरूरत है' से बीजेपी के नाराज नेताओं का विरोध तेज हो गया है। प्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर में अल्पसंख्यक मोर्चा के तीन पदाधिकारियों ने योगी के इस बयान से नाराज़ होकर पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। इन नेताओं ने योगी के इस बयान को बंटवारे की राजनीति से प्रेरित बताया है। यही नहीं बीजेपी अल्पसंख्यक मोर्चे के प्रदेश उपाध्यक्ष नासिर शाह ने भी योगी के बयान की निंदा करते हुए इसे गलत करार दिया है। इंदौर के बीजेपी नगर उपाध्यक्ष इरफ़ान मंसूरी, दानिश अंसारी और अमान मेनन ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है।
दरअसल उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ प्रदेश में एक जनसभा को संबोधित करते हुए कमलनाथ के वायरल वीडियो पर पलटवार करते हुए 'अली नहीं बजरंग बली की ज़रूरत है' बयान दिया था। इसके बाद से योगी के द्वारा दिए गए इस बयान का लगातार विरोध किया जा रहा है।
बता दें कि, मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव के लिये बीजेपी ने योगी आदित्यनाथ को बीजेपी ने बतौर स्टार प्रचारक मैदान नें उतारा था। इस दौरान उन्होंने एक सभा को संबोधित करते हुए कहा था कि, कांग्रेस को अली की ज़रूरत है और बीजेपी को बजरंगबली की। जिसके बाद से बीजेपी में ही इस बयान का विरोध चालू हो गया और अल्पसंख्यक मोर्चे के तीन पदाधिकारियों ने इससे नाराज होकर पार्टी से इस्तीफा दे दिया।