जब शिक्षिका नहीं आई, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता बनी बच्चों की शिक्षक!
Friday, Oct 10, 2025-02:21 PM (IST)

डिंडोरी। (सुरेंद्र सिंह): मध्य प्रदेश के डिंडोरी के दियाबार गांव में सरकारी स्कूल की शिक्षिका के अनुपस्थित रहने के बावजूद बच्चों की पढ़ाई नहीं रुकी। जर्जर स्कूल भवन के कारण पढ़ाई आंगनबाड़ी केंद्र में चल रही थी, और इसी दौरान आंगनबाड़ी कार्यकर्ता मंजू श्याम ने बच्चों को पढ़ाने का जिम्मा संभाला।
गांव के स्कूल में पहली से पांचवीं कक्षा के लिए केवल एक शिक्षिका पदस्थ है। जब शिक्षिका स्कूल नहीं आती, तब मंजू श्याम जैसे लोग न केवल बच्चों की देखभाल करते हैं, बल्कि उन्हें पढ़ाई भी कराते हैं।
यह घटना यह दर्शाती है कि कुछ लोग केवल अपने काम तक सीमित नहीं रहते, बल्कि समाज के प्रति अपनी जिम्मेदारी को समझते हैं। जब सरकारी व्यवस्था कमजोर पड़ जाती है, ऐसे लोग उम्मीद की किरण बनकर सामने आते हैं।