झाबुआ अलीराजपुर जिले में 22 मार्च से होगा भगोरिया पर्व का आरम्भ, 28 मार्च तक चलेगा
3/20/2021 7:17:09 PM
झाबुआ (जावेद पठान): पश्चिमी मध्यप्रदेश के आदिवासी बहुल झाबुआ जिले में लगने वाले हाट बाजार ने अब मेले का रूप ले लिया है। प्राचीन राजाओं के समय से चली आ रही परंपरा आज के आधुनिक दौर में भी नजर आ रही है। देश के कोने कोने में मनाया जाने वाले बड़े त्यौहार की तरह पश्चिमी मध्यप्रदेश के आदिवासी बहुल झाबुआ अलीराजपुर बड़वानी खरगोन जिलों में भील भिलाला पटलिया ही प्रमुख रूप से बसते हैं। आदिवासियों की जातियां होली का पर्व ही मुख्य रूप से मनाती है। इसलिए एक पखवाड़े तक यहां की फिजाओं में आनंद छाया रहता है। होली के पहले और उसके बाद भी खुशियों का अलग-अलग तरीके व रश्मों के माध्यम से अभिव्यक्त होती है।
झाबुआ में भगोरिया पर्व का इतना महत्व है कि आदिवासी अपनी जड़ों से कितनी भी दूर हो लेकिन वह होली के समय अपने गांव जरूर लौटता है। शादियां कर विदा हो चुकी बहन बेटियों को भी मायके में इसी दौरान प्रमुखता से बुलाया जाता है। इस पर्व की देसी मिठाई माजम गुजरी वह नारियल का गोला भी उन्हें प्रसाद के रूप में भेंट किया जाता है। इसलिए अंचल में भगोरिया पर्व की एक अलग ही पहचान है। होली पर होने वाले भगोरिया पर्व का रंगीन नजारा आदिवासी लोगों की वेशभूषा और परंपरा का वाद यंत्र ढोल मादल बांसुरी और घुंघरू की मधुर आवाज में नजर आता है। इस पर्व को आदिवासी समुदाय अपनी फसल गेहूं चना और कपास की फसल कटने के बाद बड़े उत्साह से मनाते हैं। आदिवासी समाज के लोग रोजी रोटी की जुगाड़ में अन्य प्रान्तों में पलायन कर जाते हैं। जहां से वे इस पर्व को मनाने के लिए अपने घर अपने गांव लौट आते हैं। भगौरिया पर्व पर राजनीति भी खूब हावी रहते है। यहां भाजपा और कांग्रेस दोनों ही दल के नेता भी अपनी उपस्थिति दर्ज कर उतसाहित होते है। नाच गाना कर ढोल मॉडल पर थिरकते हैं।
झाबुआ अलीराजपुर अंचल में कब और कहा लगेगा भगोरिया...
22 मार्च, अलीराजपुर भाबरा पेटलावद रमवापुर मोहनकोट कुंदनपुर रंजला
23 मार्च, बखतगढ़ आंबुआ अधारवाड़ पिटोल खयडू थांदला तारखेड़ी बरवेट,
24 मार्च, चांदपुर बरजर बोरी उमरकोट मछलियां कर्वड कल्याणपुरा खट्टाली मदरानी ढेकल
25 मार्च, फुलमाल सोंडवा जोबट पारा हरी नगर सारंगी समोई चैनपुरा
26 मार्च, कट्ठीवाड़ा वालपुर उदयगढ़ भगोर बेकलदा मांडली कालीदेवी
27 मार्च, मेघनगर राणापुर मानपुर उमराली बामनिया झकनावदा ब्लडी
28 मार्च, झाबुआ छकतला जीरन धरियावाड़ रायपुरिया काकनवानी चोरवा आमखुट।
इस बार कोविड 19 का प्रकोप तेजी से बढ़ रहा है। ऐसे में प्रशासन के लिए यह त्योहार एक चुनौती के रूप में रहेगी। उधर भगोरिया उत्सव पर रोक लगाने से हाई कोर्ट ने साफ इंकार कर दिया है। भगोरिया उत्सव पर रोक लगाने से हाई कोर्ट ने साफ इंकार कर दिया है। इस संबंध में दायर जनहित याचिका का निराकरण करते हुए कोर्ट ने शासन से कहा है कि वह सुनिश्चित करें कि भगोरिया में कोरोना गाइडलाइन का सख्ती से पालन हो। भगोरिया उत्सव पर रोक लगाने की मांग करते हुए हाईकोर्ट में एक जनहित याचिका गजानन भर्ने ने एडवोकेट हितेश शर्मा के माध्यम से दायर की थी। याचिका में कहा था कि भगोरिया में चार से पांच लाख लोग जुटते हैं। ना शारीरिक दूरी के नियम का पालन होता है ना मास्क पहनने का। याचिका पर शुक्रवार को हाईकोर्ट की युगल पीठ के समक्ष सुनवाई हुई। अतिरिक्त महाधिवक्ता पुष्यमित्र भार्गव ने शासन का पक्ष रखते हुए कोर्ट को बताया, कि भगोरिया आयोजन में कोरोना गाइडलाइन का सख्ती से पालन कराया जाएगा। कोर्ट ने दोनों पक्षों को सुनने के बाद याचिका निराकृत कर दी।